Defence Expo 2024: रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास युद्ध से डिफेंस एक्सपो 2024 पर लगा 'ग्रहण', बढ़ी कूटनीतिक हलचल
दुनिया में चल रहे दो बड़े रूस-यूक्रेन और इजराजयल-हमास युद्धों की छाया का भले ही सीधे कोई सरकोर नहीं है मगर इसके कूटनीतिक और रणनीतिक प्रभाव के असर से भारत भी अछूता नहीं है। रक्षा मंत्रालय के सबसे अहम कार्यक्रमों में से एक डिफेंस एक्सपो-2024 का आयोजन टलने के पुख्ता संकेत इसका प्रमाण है। एक्सपो के आयोजन पर रक्षा मंत्रालय की तैयारियों को लेकर अब तक जानकारी नहीं आई है।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। दुनिया में चल रहे दो बड़े रूस-यूक्रेन और इजराजयल-हमास युद्धों की छाया का भले ही सीधे कोई सरकोर नहीं है मगर इसके कूटनीतिक और रणनीतिक प्रभाव के असर से भारत भी अछूता नहीं है। रक्षा मंत्रालय के सबसे अहम कार्यक्रमों में से एक डिफेंस एक्सपो-2024 का आयोजन टलने के पुख्ता संकेत इसका प्रमाण है।
समझा जाता है कि आधुनिक हथियारों और उपकरणों से जुड़ी वैश्विक कंपनियों से लेकर दुनिया के अहम रक्षा और सामरिक विशेषज्ञों के जमघट डिफेंस एक्सपो का आयोजन रूस और इजरायल दोनों के बड़े सैन्य संघर्षों में उलझे होने की वजह से टल गया है।
रूस-इजरायल से भारत के करीबी मैत्रीपूर्ण रिश्ते
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद इजरायल-हमास युद्ध को लेकर वैश्विक सामरिक रणनीति और कूटनीति में मची हलचल के दौर में रूस और इजरायल से भारत के करीबी मैत्रीपूर्ण रणनीतिक रिश्ते हैं। ऐसे में भारत में होने वाले डिफेंस एक्सपो के आयोजनों में हमेशा रूस और इजरायल की बड़ी रक्षा कंपनियों की बड़ी भागीदारी रही है।कूटनीतिक विवाद को पनपने का मौका नहीं देना चाहता भारत
इन दोनों देशों के अलग-अलग संघर्षों में शामिल होने से वैश्विक कूटनीतिक की बनी मौजूदा परिस्थितियों में रूस और इजरायल की डिफेंस एक्सपो में भागीदारी की अलग-अलग तरह से व्याख्या की जा सकती है। एक्सपो का आयोजन टाल भारत इस तरह के अवांछित कूटनीतिक वाद-विवाद को पनपने का मौका ही नहीं देना चाहता।
एक्सपो के आयोजन पर मंत्रालय से कोई जानकारी नहीं
डिफेंस एक्सपो 2024 के आयोजन पर रक्षा मंत्रालय की तैयारियों को लेकर अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आने के बारे में जानकार सूत्रों ने कहा कि यह इसका साफ संकेत है कि इस बार इसका आयोजन संभव नहीं लग रहा, रूस और इजरायल दोनों के बड़े संघर्ष में उलझना प्रमुख वजह है।