Defence Expo 2022: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- डिफेंस एक्सपो आत्मनिर्भर भारत की ताकत का प्रतीक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो-2022 आत्मनिर्भर भारत की ताकत का प्रतीक है। राष्ट्र गौरव राष्ट्र शक्ति और राष्ट्र के संकल्प के रूप में इस डिफेंस एक्सपो को देखा जा रहा है। अगले 25 वर्षों में भारत दुनिया के रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरेगा।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Wed, 19 Oct 2022 09:12 PM (IST)
गांधीनगर, एएनआइ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो-2022 आत्मनिर्भर भारत की ताकत का प्रतीक है। राष्ट्र गौरव, राष्ट्र शक्ति और राष्ट्र के संकल्प के रूप में इस डिफेंस एक्सपो को देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत दुनिया के रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरेगा। राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की डायनेमिक लीडरशिप में भारत के रक्षा क्षेत्र को पूरी ताकत मिली है। भारत दुनिया को अपने रक्षा उत्पाद उपकरण एवं साधन बड़ी संख्या में निर्यात कर रहा है। जल-थल-नभ सेना अपने शौर्य का प्रदर्शन कर रही है। भारत के छात्र-छात्राओं एवं युवाओं को काउंटर टेररिज्म, इंटरनल सिक्योरिटी, काउंटर इमरजेंसी, साइबर वार फेर एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए।
भारत बनेगा दुनिया के लिए रक्षा निर्माण केंद्र
डिफेंस एक्सपो के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को एक मजबूत, आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए पीएम मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप इस एक्सपो की थीम 'पाथ टू प्राइड' है। उन्होंने कहा कि अमृतकाल की शुरुआत में इस डेफ-एक्सपो का आयोजन राष्ट्र की सुरक्षा और आने वाले वर्षों में दुनिया के लिए रक्षा निर्माण केंद्र बनने के हमारे मजबूत संकल्प को दर्शाता है।
पीएम मोदी ने डिफेंस इको सिस्टम को बढ़ाया आगे
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते डिफेंस इको सिस्टम को काफी मजबूती से आगे बढ़ाया। उनके यहां रहते राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी तथा नेशनल फारेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की नींव डाली गई।सेना प्रमुख ने स्वदेशी हथियार प्रणालियों की सराहना की
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने स्वदेशी हथियार प्रणालियों की सराहना करते हुए कहा कि ये उपकरण विश्व स्तरीय गुणवत्ता के हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जो कुछ भी सरलता से उत्पादित किया गया है, वह उतना ही अच्छा है जितना कि विश्व बाजार में उपलब्ध है। रूस-यूक्रेन संघर्ष ने हमें गहरा सबक दिया है। हमें बताया है कि आपको आत्मनिर्भर होने की जरूरत है और जितना संभव हो सके, किसी भी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर निर्भर नहीं होना चाहिए। उन्होंने उन परियोजनाओं और उपकरणों के प्रकारों पर भी प्रकाश डाला जो पाइपलाइन में हैं।दो-तीन प्रमुख परियोजनाओं पर कर रहे हैं काम
उन्होंने कहा कि हम दो-तीन प्रमुख परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं जिनमें हल्के टैंक, लड़ाकू वाहन शामिल हैं। सेना प्रमुख ने मेड-इन-इंडिया सामरिक रक्षा उपकरणों की सराहना की और जोर देकर कहा कि हम स्वदेशी हथियार प्रणालियों के साथ भविष्य के युद्धों को पूरी तरह से और निस्संदेह जीत सकते हैं।