Delhi Airport Accident: '2009 में हुआ था उद्घाटन...', कांग्रेस ने IGI एयरपोर्ट हादसे पर उठाए सवाल तो भाजपा ने किया पलटवार
दिल्ली इंदिरा गांधी एयरपोर्ट हादसे पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में मोदी सरकार में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है। मोदी जी ने दिल्ली हवाई अड्डे T1 का उद्घाटन किया तो उन्होंने खुद को दूसरी मिट्टी का इंसान कहा था। अब इस बयान के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने सफाई दी है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर आज एक दर्दनाक हादसा हुआ। लोहे के पिलर से बना शेड वहां खड़ी कई कारों के ऊपर आ गिरा। इस घटना के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में दोषी ठहराया था। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था, 'मोदी सरकार के पिछले 10 सालों में घटिया बुनियादी ढांचे के ताश के पत्तों की तरह ढहने के लिए भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है।'
विपक्ष के आरोप के बाद अब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सरकार दुर्घटना को गंभीरता से ले रही है।
राम मोहन नायडू ने किया साफ
राम मोहन नायडू ने आगे कहा,'मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जिस इमारत का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने किया, वह दूसरी तरफ है और यहां जो इमारत गिरी है वह पुरानी है, जिसका उद्घाटन 2009 में हुआ था।' साथ ही उन्होंने मृतकों के लिए ₹20 लाख और घायलों के लिए ₹3 लाख के मुआवजे का एलान किया।मल्लिकार्जुन खरगे ने बोला मोदी सरकार पर हमला
बता दें कि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि जब उन्होंने दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 के पास एक इमारत का उद्घाटन किया था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके शासन की प्रशंसा की थी।मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस दुर्घटना ने पीएम मोदी के उन दावों की पोल खोल दी है कि उनके शासन में भारत के पास विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा था। मल्लिकार्जुन खरगे ने ये भी कहा कि, 10 मार्च को, जब मोदी जी ने दिल्ली हवाई अड्डे T1 का उद्घाटन किया, तो उन्होंने खुद को 'दूसरी मिट्टी का इंसान कहा, यह सब झूठी शेखी बघारने और बयानबाजी केवल चुनाव से पहले रिबन काटने के समारोहों में शामिल होने के लिए आरक्षित थी।