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'1984 के दंगों को कोई नहीं भूल सकता, मोदी सरकार आने के बाद ही पीड़ितों को मिला न्याय' दिल्ली में बोले अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों को कोई नहीं भूल सकता। मोदी सरकार के सत्ता में आने तक किसी को भी सजा नहीं मिली थी। कई जांच आयोग भी बने लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला लेकिन जब मोदी सरकार सत्ता में आई तो उसने एसआईटी बनाई और 300 मामलों को दोबारा खोला गया।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 13 Oct 2023 04:27 PM (IST)
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अमित शाह ने कहा- 1984 के सिख विरोधी दंगों को कोई नहीं भूल सकता
पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय मोदी सरकार आने के बाद ही मिलना शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि दंगों से संबंधित 300 मामलों को फिर से खोला गया और प्रत्येक पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया गया।

सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के कार्यक्रम में शामिल हुए अमित शाह

दरअसल, अमित शाह शुक्रवार को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के एक कार्यक्रम में हुए। इसी दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित किया।

'मोदी सरकार ने बनाई एसआईटी'

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 1984 के दंगों को कोई नहीं भूल सकता। मोदी सरकार के सत्ता में आने तक किसी को भी सजा नहीं मिली थी। कई जांच आयोग भी बने, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, लेकिन जब मोदी सरकार सत्ता में आई तो उसने एसआईटी बनाई और 300 मामलों को दोबारा खोला गया।

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'दंगों के दोषियों को भेजा गया जेल'

अमित शाह ने कहा कि दंगों के जो दोषी थे, उन्हें मोदी सरकार ने जेल भेजना शुरू किया है। इसके साथ ही, तीन हजार 328 पीड़ितों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा भी दिया गया।

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'मैं सिख धर्म की गुरु परंपरा को सिर झुकाकर नमन करता हूं'

केंद्रीय गृह मंत्री ने सिख गुरुओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा- मैं सिख धर्म की गुरु परंपरा को सिर झुकाकर नमन करता हूं। नौवें गुरु तेगबहादुर का देश के लिए योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। जब धर्म के लिए अपने जीवन का बलिदान देने की बात आती है, एक सच्चा सिख कभी पीछे मुड़कर नहीं देखता। उन्होंने कहा कि