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सहारा रेगिस्तान में चमत्कार, सूखी झीलों में 50 साल बाद भरा पानी; देखें तस्वीरें

दुनिया के सबसे शुष्क माने जाने वाले सहारा रेगिस्तान में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश ने बाढ़ ला दी है बाढ़ के कारण ताड़ के पेड़ों और रेत के टीलों के बीच पानी के नीले लैगून दिखाई दे रहे हैं मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछले 50 साल में पहली बार सहारा रेगिस्तान में इतने कम समय में इतनी ज्यादा बारिश हुई है।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sat, 12 Oct 2024 05:29 PM (IST)
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सहारा रेगिस्तान में बारिश से आई बाढ़ (फोटो-सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में 50 साल बाद चमत्कार हुआ है। दुनिया के सबसे शुष्क माने जाने वाले सहारा रेगिस्तान में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इस बारिश के चलते वहां बाढ़ आ गई है। बाढ़ के कारण ताड़ के पेड़ों और रेत के टीलों के बीच पानी के नीले लैगून दिखाई दे रहे हैं, मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछले 50 साल में पहली बार सहारा रेगिस्तान में इतने कम समय में इतनी ज्यादा बारिश हुई है।

ग्रह पर सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान, उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र में स्थित दुनिया के सबसे शुष्क स्थानों में से एक है और गर्मियों के अंत में शायद ही यहां कभी बारिश होती है। मोरक्को सरकार ने कहा कि सितंबर में दो दिनों की बारिश कई क्षेत्रों में वार्षिक औसत से अधिक हो गई है, जहां सालाना 10 इंच से भी कम बारिश होती है। इन क्षेत्रों में से एक टाटा भी है, जहां इस बार बारिश से बाढ़ आ गई।

24 घंटे के दौरान 3.9 इंच से ज्यादा बारिश

सहारा रेगिस्तान में भारी बारिश हो रही है। माली और मॉरिटानिया में इस समय असामान्य रूप से उच्च स्तर की बारिश हो रही है। साथ ही अटलांटिक में तूफान के कम आने का ये भी एक कारण हो सकता है। ये लहरें अक्सर तूफान में बदल जाती हैं, इनकी संभावना इस वक्त बहुत कम है।

राजधानी रबात से लगभग 450 किलोमीटर दक्षिण में स्थित एक गांव टैगौनाइट में 24 घंटे के दौरान 3.9 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। तूफानों ने महलों और रेगिस्तानी वनस्पतियों के बीच सहारन रेत से बहते पानी की अद्भुत छवियां छोड़ीं। वहीं नासा की सैटेलाइट में लेक इरक्वी की फोटो भी कैद हो गई है। पिछले 50 सालों से सूखी यह झील फिर पानी से लबालब भर चुकी है।

तूफान के बढ़ने की भी आशंका

बुधवार, 2 अक्टूबर, 2024 को दक्षिणपूर्वी मोरक्को के रचिडिया के पास मर्ज़ौगा के रेगिस्तानी शहर में भारी बारिश के कारण एक ताड़ के पेड़ों की एक झील में बाढ़ आ गई

यूएबेब ने कहा कि ऐसी बारिश, जिसे मौसम विज्ञानी तूफान कह रहे हैं, आने वाले महीनों और वर्षों में क्षेत्र के मौसम की दिशा बदल सकती है क्योंकि इससे हवा अधिक नमी रहती है, जिससे अधिक तूफान आते हैं।

लगातार छह सालों के सूखे ने मोरक्को के अधिकांश हिस्सों के लिए चुनौतियां पैदा कर दी हैं, जिससे किसानों को खेत खाली छोड़ने और शहरों और गांवों को पानी की आपूर्ति बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।