Weather Update: पंजाब से MP तक घना कोहरा, 7 घंटे तक विलंब से चल रहीं 25 ट्रेनें, नये साल में पड़ेगी रूह कंपाने वाली ठंड
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पहाड़ों में बर्फवारी का असर मैदानों में पसर गया है। पंजाब से मध्य प्रदेश और गुजरात से बंगाल-ओडिशा तक कोहरे की चादर और मोटी हो गई है। आईएमडी का मानना है कि यह स्थिति अभी दो-तीन दिनों तक रहने वाली है। रेलवे ने बताया है कि कई राजधानी एक्सप्रेस समेत 25 से अधिक ट्रेनें लगभग दो से सात घंटे तक विलंब से चल रही हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पहाड़ों में बर्फवारी का असर मैदानों में पसर गया है। पंजाब से मध्य प्रदेश और गुजरात से बंगाल-ओडिशा तक कोहरे की चादर और मोटी हो गई है। क्षेत्र विस्तार के साथ धुंध की अवधि भी बढ़ी है। कई राज्यों में धीमी हवा और वातावरण में नमी की अधिकता के चलते सुबह दस बजे तक सूर्य नहीं दिख रहा है। उत्तर भारत से होकर गुजरने वाली ट्रेनें लगभग पांच से सात घंटे तक विलंब से चल रही हैं।
भारत मौसम विभाग (IMD) का मानना है कि यह स्थिति अभी दो-तीन दिनों तक रहने वाली है। हालांकि, कोहरे की सघनता में धीरे-धीरे कमी आती जाएगी। दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई स्थानों में मंगलवार की रात से ही घना कोहरा छाया हुआ था। पूरा इलाका कोहरे से ढक गया। कई जगहों पर दृश्यता शून्य पर पहुंच गई है। अमृतसर, हिसार, दिल्ली, मेरठ एवं ग्वालियर में घना कोहरा देखा गया। हवा अभी भी चल रही है। किंतु गति बहुत धीमी है। इसके चलते कोहरा छंटने में थोड़ी देर हुई। कोहरे की सघनता के कारण यातायात व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।
देरी से चल रही ट्रेनें
रेलवे ने बताया है कि कई राजधानी एक्सप्रेस समेत 25 से अधिक ट्रेनें लगभग दो से सात घंटे तक विलंब से चल रही हैं। पश्चिमी विक्षोभ के दूसरे दौर के सक्रिय होने के चलते पाकिस्तान के लाहौर से लेकर मध्य प्रदेश तक मौसम फिर करवट लेगा।पश्चिमी विक्षोभ 29 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर की ऊंची पहाड़ियों तक पहुंचेगा, जिसके चलते पहाड़ों पर बर्फवारी और मैदान में बारिश की स्थितियां बन जाएंगी। इसके चलते 30 दिसंबर से दो जनवरी तक उत्तर एवं पश्चिमी भारत के मैदानी क्षेत्रों में जहां-तहां छिटपुट बारिश हो सकती है। इसके थमने के बाद तापमान में तेजी से गिरावट आने लगेगी और ठंड का असर बढ़ने लगेगा। इसी दौरान बंगाल की खाड़ी में भी चक्रवातीय स्थिति बनी हुई है।