SpiceJet के विमानों में लगातार आ रही गड़बड़ियों के बीच DGCA हुआ सख्त, इंजन तेल के नमूने लेने का दिया आदेश
12 अक्टूबर को गोवा से आ रहे SpiceJet के विमान के केबिन में धुएं की घटना के बाद हैदराबाद हवाईअड्डे पर आपात स्थिति में उतरना पड़ा था। जिसके कारण DGCA ने एयरलाइन से इंजन तेल के नमूने लेने के लिए कहा है।
नई दिल्ली, पीटीआई। उड्डयन नियामक ने स्पाइस जेट के एक विमान की केबिन में उड़ान के दौरान धुआं भरने की घटना को गंभीरता से लिया है। नियामक ने सख्त कदम उठाते हुए एयरलाइन को निर्देश दिया है कि वह धातु और कार्बन सील कणों की मौजूदगी की जांच के लिए अपने क्यू 400 बेड़े के सभी विमानों के इंजन के तेल का विश्लेषण कराए।
बता दें कि 12 अक्टूबर को गोवा से उड़ान भरने वाले स्पाइस जेट के एक विमान की केबिन में धुआं भर गया था, जिसके चलते हैदराबाद में उसे आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी। इस घटना की नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) जांच कर रहा है।
DGCA ने SpiceJet पर लगे प्रतिबंधों को 29 अक्टूबर तक बढ़ाया
डीजीसीए ने स्पाइस जेट से एक हफ्ते के भीतर अपने क्यू 400 बेड़े के सभी इंजनों का बोरोस्कोपिक निरीक्षण करने को कहा है। साथ ही मैग्नेटिक चीप डिटेक्टर (एमसीडी) का निरीक्षण करने और हर 15 दिन में इंजन के तेल के नमूने को विश्लेषण के लिए कनाड़ा स्थित प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू) कंपनी को भेजने का भी निर्देश दिया है। अभी 30 दिन पर यह निरीक्षण होता है। इसके अलावा एयरलाइन से इन विमानों के अन्य कई निरीक्षण कराने को भी कहा गया है।
स्पाइस जेट के बेड़े में 14 क्यू 400 विमान हैं और इनमें 28 पीडब्ल्यू 150 इंजन लगे हैं। डीजीसीए ने विमान सेवा प्रदाता कंपनी को ये निर्देश ऐसे समय में दिए हैं, जबकि पहले से ही नियामक उस पर कई तरह से निगरानी रख रहा है।
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स्पाइस जेट की उड़ानों में लगातार खामियों के चलते डीजीसीए ने 27 जुलाई को उसकी 50 प्रतिशत उड़ानों पर रोक लगा दी थी। पिछले महीने उड्डयन नियामक ने यह रोक 29 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी।
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