SpiceJet Flights: क्या स्पाइसजेट के खिलाफ होगा सख्त एक्शन! DGCA को मिली 3 विमानों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की अर्जी
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को स्पाइसजेट के तीन विमानों का पंजीकरण रद्द करने के लिए लीजिंग फर्म आवास आयरलैंड लिमिटे़ड की ओर से अनुरोध दायर किया गया है। जिसमें स्पाइसजेट के तीन बोइंग 737 विमानों का पंजीकरण रद्द करने के लिए अनुरोध किया गया है।
By Versha SinghEdited By: Updated: Sat, 30 Jul 2022 05:16 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को स्पाइसजेट के तीन विमानों का पंजीकरण रद्द करने के लिए पट्टेदार से अनुरोध प्राप्त हुआ है। लीड़िग फर्म आवास आयरलैंड लिमिटेड ने 29 जुलाई को तीन बोइंग 737 विमानों के खिलाफ अनुरोध दायर किया है।
विमान- VT-SYW, VT-SYX और VT-SYY, वाराणसी और अमृतसर में तैनात हैं। उड़ानों के पंजीकरण को रद्द करने का अनुरोध अपरिवर्तनीय विपंजीकरण और निर्यात अनुरोध प्राधिकरण (आईडीईआरए) के तहत दायर किया गया है।
सूत्रों ने कहा कि आमतौर पर यह तब दायर किया जाता है जब कोई पट्टादाता और एयरलाइन भुगतान वार्ता तक पहुंचने में विफल रहता है। डी-रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की अनुमति आमतौर पर एविएशन रेगुलेटर द्वारा जाँच के बाद दी जाती है कि क्या विमान पर टैक्स अधिकारियों और हवाई अड्डों से कोई बकाया है।
सरकार ने भारत में विमान पट्टे पर देने और वित्तपोषण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के उपाय किए हैं। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण अधिनियम 2019 के तहत, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) की स्थापना अप्रैल, 2020 के दौरान की गई थी।
इससे पहले 27 जुलाई को डीजीसीए ने स्पाइसजेट एयरलाइन को आठ हफ्ते तक अपनी 50 फीसदी उड़ानों का संचालन करने का आदेश दिया था।
डीजीसीए ने एक आदेश में कहा कि विभिन्न स्पॉट चेक, निरीक्षण के निष्कर्षों और स्पाइसजेट द्वारा प्रस्तुत कारण बताओ नोटिस के जवाब के मद्देनजर, सुरक्षित और विश्वसनीय हवाई परिवहन सेवा के निरंतर निर्वाह के लिए, स्पाइसजेट के प्रस्थान की संख्या 50% तक सीमित है। साथ ही कहा कि इन आठ हफ्तों के दौरान एयरलाइन पर और अधिक निगरानी रखी जाएगी।
विमानन नियामक ने कहा कि सितंबर 2021 में डीजीसीए द्वारा किए गए वित्तीय मूल्यांकन से पता चला है कि स्पाइसजेट कैश एंड कैरी पर काम कर रही है और आपूर्तिकर्ताओं को नियमित आधार पर भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे पुर्जों की कमी हो रही है।