'देश के लिए महत्वपूर्ण दिन', 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के कार्यक्रम से पहले बोले धर्मेंद्र प्रधान
ऐतिहासिक अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी आधारशिला रखेंगे। कार्यक्रम के शुरू होने से कुछ घंटे पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि रेलवे देश के आम लोगों के लिए परिवहन का एक महत्वपूर्ण साधन है। यह देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है।
भुवनेश्वर (ओडिशा), एजेंसी। ऐतिहासिक अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी आधारशिला रखेंगे। कार्यक्रम के शुरू होने से कुछ घंटे पहले, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि रेलवे देश के आम लोगों के लिए परिवहन का एक महत्वपूर्ण साधन है।
कौन-कौन से है रेलवे स्टेशन?
ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन शामिल हैं। , गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 और अन्य शामिल है।
25 हजार करोड़ की लागत से हो रहा तैयार
ये 508 रेलवे स्टेशन लगभग 25,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। 5 अगस्त को पीएम मोदी ने कहा था कि इससे पुनर्विकास देश में रेल बुनियादी ढांचे की कल्पना में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
देश के लिए महत्वपूर्ण दिन
धर्मेंद्र प्रधान ने भुवनेश्वर में समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, 'यह देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। पीएम मोदी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 25,000 करोड़ रुपये की लागत से 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। वरिष्ठ भाजपा नेता ने आगे कहा की रेलवे देश के आम लोगों के लिए परिवहन का एक महत्वपूर्ण साधन है।'
संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा स्टेशन
इन स्टेशनों को 'सिटी सेंटर' के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। पुनर्विकास यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गए यातायात परिसंचरण, अंतर-मोडल एकीकरण और अच्छी तरह से डिजाइन किए गए साइनेज को सुनिश्चित करने के साथ-साथ आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करेगा। स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।