धर्मेंद्र प्रधान ने आंध्र प्रदेश में रखी केंद्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय की नींव, जनजातीय छात्रों को मिलेगा लाभ
आदिवासी क्षेत्रों तक उच्च शिक्षा की पहुंच को बढ़ाने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के चिनमेदापल्ली गांव में केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी। प्रधान ने कहा कि यह विश्वविद्यालय क्षेत्र की विविधता और जनसांख्यिकी दोनों को चिन्हित करने के साथ ही जनजातीय संस्कृति भाषा को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आदिवासी क्षेत्रों तक उच्च शिक्षा की पहुंच को बढ़ाने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के चिनमेदापल्ली गांव में केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी। इस मौके पर आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी भी मौजूद रहे।
जनजातीय संस्कृति, भाषा को बढ़ावा : प्रधान
प्रधान ने कहा कि यह विश्वविद्यालय क्षेत्र की विविधता और जनसांख्यिकी दोनों को चिन्हित करने के साथ ही जनजातीय संस्कृति, भाषा को बढ़ावा देने में मदद करेगा। इसका लाभ पड़ोसी राज्य ओडिशा और छत्तीसगढ़ के जनजातीय छात्रों को मिलेगा। केंद्रीय मंत्री प्रधान ने इस मौके पर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत मातृभाषा में शिक्षा देने की पहल को भी प्रमुखता से रखा और कहा कि उम्मीद है कि विश्वविद्यालय इसका अनुसरण करेगा।
कार्यक्रम में कौन-कौन रहा मौजूद
कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पीडिका राजन्ना डोरा,प्रदेश के शिक्षा मंत्री बोत्चा सत्यनारायण, आंध्र प्रदेश केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टी वी कट्टीमनी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। मौजूदा समय में मध्य प्रदेश के अमरकंटक में भी एक केंद्रीय ट्राइबल विश्वविद्यालय मौजूद है।