Dheeraj Sahu: संसद में भी गरमाया धीरज साहू की नगदी का मामला, भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद धीरज प्रसाद साहू की ओडिसा की डिस्टलरी कंपनी से लेकर कई ठिकानों पर आयकर छापेमारी में पकड़ी गई 351 करोड रुपए की बेहिसाब नगदी का तूल पकड़ता मामला सोमवार को संसद में भी गरमाया। भाजपा ने साहू के मुद्दे को गरमाते हुए लोकसभा में भ्रष्टचार को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उसे कठघरे में खड़ा किया।
By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Mon, 11 Dec 2023 10:07 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद धीरज प्रसाद साहू की ओडिसा की डिस्टलरी कंपनी से लेकर कई ठिकानों पर आयकर छापेमारी में पकड़ी गई 351 करोड रुपए की बेहिसाब नगदी का तूल पकड़ता मामला सोमवार को संसद में भी गरमाया। भाजपा ने साहू के मुद्दे को गरमाते हुए लोकसभा में भ्रष्टचार को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उसे कठघरे में खड़ा किया।
इस मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष के बीच नोंक-झोंक और शोर-शराबा भी हुआ और भाजपा ने साहू प्रकरण को लेकर कांग्रेस से अपनी स्थिति साफ करने की मांग की। वहीं कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने संसद के बाहर एक बार फिर पार्टी की ओर से साफ किया कि साहू के यहां से बरामद नगदी से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है और इसका जवाब साहू ही दे सकते हैं।
कई जगह बरामद नोटों के बैग की गिनती नहीं हुई- भाजपा
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान रांची से भाजपा सांसद संजय सेठ ने धीरज साहू के ठिकानों का मामला उठाने के लिए कालेधन पर उनके ही एक वायरल ट्वीट का सहारा लेते हुए ओडिसा और झारखंड में कई जगहों से नगदी बरामद होने को भ्रष्टाचार का एक बड़ा उदाहरण करार दिया। साथ ही दावा किया कि अभी कई जगह बरामद नोटों के बैग की गिनती भी पूरी नहीं हुई है।भाजपा और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोंक-झोंक
उच्च सदन के सदस्य साहू का लोकसभा में नाम लेने पर विपक्षी खेमे के सदस्यों ने नियमों के हिसाब से एतराज किया जिसको लेकर भाजपा और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई। सेठ के साथ भाजपा के दो अन्य सदस्यों ने कुछ अखबारों की प्रतियां लहराते हुए कांग्रेस पर तीखे हमले किए।
भाजपा ने कांग्रेस से जवाब मांगा
इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच शोर-शराबे को देखते हुए पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने सेठ को दूसरे सदन के सदस्य साहू का नाम सदन में नहीं लेने की हिदायत देते हुए इसे रिकॉर्ड से निकाल दिया। हालांकि, इसके बावजूद भाजपा सदस्यों ने कुछ मिनटों तक साहू के कारोबार और रुपयों को लेकर कांग्रेस पर हमला करते हुए इसका जवाब मांगा।