EVM पर कांग्रेस में दो फाड़! दिग्विजय और कमलनाथ ने उठाए सवाल तो कांग्रेस के ही सांसद ने दिखा दिया आईना
ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर कांग्रेस में दो फाड़ हो गया है। एक तरफ कुछ वरिष्ठ नेता ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा है कि उन्हें ईवीएम पर पूरा भरोसा है। दरअसल मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाए हैं।
By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Wed, 06 Dec 2023 12:33 PM (IST)
एएनआई, नई दिल्ली। ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर कांग्रेस में दो फाड़ हो गया है। एक तरफ कुछ वरिष्ठ नेता ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा है कि उन्हें ईवीएम पर पूरा भरोसा है। दरअसल, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाए हैं।
सांसद कार्ति चिदंबरम ने बुधवार को कहा, "ईवीएम पर मेरा पूरा भरोसा है। मुझे ईवीएम के काम पर कोई संदेह नहीं है। मैं जानता हूं कि पार्टी के कई सहयोगी हैं जिनकी राय अलग हो सकती है, लेकिन मैं 1996 से चुनाव में या तो एक उम्मीदवार के रूप में या अन्य उम्मीदवारों के एजेंट के रूप में इसमें शामिल रहा हूं। ईवीएम पर मेरा विश्वास नहीं बदलेगा।"
#WATCH | Congress MP Karti Chidambaram says, "...My confidence in the EVM is absolute. I have no doubts about the efficacy of the EVM. I know that there are many party colleagues who might have a differing opinion. But I have been involved in the election since 1996 either as a… pic.twitter.com/eM1ZA3eMtX
— ANI (@ANI) December 6, 2023
दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर सवाल खड़े किए
तीनों राज्यों में भाजपा को मिली जीत के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा, "चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता है। मैंने 2003 से ही ईवीएम द्वारा मतदान का विरोध किया है। क्या हम अपने भारतीय लोकतंत्र को पेशेवर हैकरों द्वारा नियंत्रित करने की अनुमति दे सकते हैं! यह मौलिक प्रश्न है जिसका समाधान सभी राजनीतिक दलों को करना होगा।"उन्होंने आगे कहा कि माननीय चुनाव आयोग और माननीय सर्वोच्च न्यायालय क्या आप हमारे भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करेंगे?