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Diwali 2023 Muhurat: लक्ष्मी पूजन मुहूर्त, विधि, शुभ चौघड़िया और आरती; जानिए अपने राज्य अनुसार कितने बजे करें पूजा

Diwali 2023 Muhurat पांच दिन के इस पर्व में तीसरे दिन (दिवाली) माता लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान श्रीराम रावण का वध करने के बाद अयोध्या लौटे थे। द्रिक पंचांग के अनुसार लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल के दौरान की जानी चाहिए जो सूर्यास्त के बाद शुरू होती है और लगभग 2 घंटे 24 मिनट तक चलती है।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Sun, 12 Nov 2023 06:30 AM (IST)
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Diwali 2023 Time: लक्ष्मी पूजन मुहूर्त, विधि, शुभ चौघड़िया और आरती
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। आज पूरे देश में दीपावली बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी। रोशनी का त्योहार कहे जाने वाला पर्व देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली का यह त्योहार धनतेरस पर शुरू होता है और भाई दूज पर समाप्त होता है। इन पांच दिनों के पर्व में सभी लोग भगवान विष्णु जी, माता लक्ष्मी जी, कुबेर जी, भगवान श्री गणेश और यम देवता की पूजा करते हैं। इसके अलावा विभिन्न अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है और कई अन्य देवी-देवताओं की भी पूजा की जाती है।

13 नवंबर को लक्ष्मी पूजा मुहूर्त

पांच दिन के इस पर्व में तीसरे दिन (दिवाली) माता लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान श्रीराम रावण का वध करने के बाद अयोध्या लौटे थे। द्रिक पंचांग के अनुसार, लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल के दौरान की जानी चाहिए जो सूर्यास्त के बाद शुरू होती है और लगभग 2 घंटे 24 मिनट तक चलती है। द्रिक पंचांग के अनुसार, दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त शाम 5:19 बजे से शाम 7:19 बजे तक है।

लक्ष्मी पूजा तिथि और समय

  • अमावस्या तिथि प्रारंभ - 12 नवंबर 02:44 से
  • अमावस्या तिथि समापन - 13 नवंबर, 02:56 तक
  • लक्ष्मी पूजा मुहूर्त - 12 नवंबर शाम 05:19 बजे से शाम 07:19 बजे तक

दिवाली लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त

  • दोपहर का मुहूर्त (शुभ) - 02:44 PM से 03:08 PM तक
  • शाम का मुहूर्त (शुभ, अमृता, चर) - शाम 05:58 बजे से रात 10:44 बजे तक
  • रात्रि मुहूर्त (लाभ) - रात 01:54 से 03:29 तक (13 नवंबर)
  • प्रातःकालीन मुहूर्त (शुभ) - प्रातः 05:05 से प्रातः 06:40 तक (13 नवंबर)

लक्ष्मी पूजा के लिए शहरवार शुभ मुहूर्त देखें

  • शाम 06:09 से रात 08:09 बजे तक - पुणे
  • शाम 05:19 से शाम 07:19 बजे तक - नई दिल्ली
  • शाम 05:52 से शाम 07:54 बजे तक - चेन्नई
  • शाम 05:48 से शाम 07:44 बजे तक - जयपुर
  • शाम 05:52 से शाम 07:53 बजे तक - हैदराबाद
  • शाम 05:40 से शाम 07:36 बजे तक - गुड़गांव
  • शाम 05:37 से शाम 07:32 बजे तक - चंडीगढ़
  • शाम 05:05 से शाम 07:03 बजे तक - कोलकाता
  • शाम 06:12 से रात 08:12 बजे तक - मुंबई
  • शाम 06:03 से रात 08:05 बजे तक - बेंगलुरु
  • शाम 06:07 से रात 08:06 बजे तक - अहमदाबाद
  • शाम 05:39 से शाम 07:34 बजे तक - नोएडा
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दिवाली लक्ष्मी पूजा विधि

पूजा स्थान को अच्छे से साफ करना है, उसके बाद वहां पर रंगोली या स्वास्तिक बना सकते हैं। इसके ऊपर थोड़े फूल चढ़ाएंगे और फिर इसके ऊपर चौकी लगा लें और चौकी पर लाल रंग का हम वस्त्र चढ़ा लें। लक्ष्मी-गणेश जी का पोस्टर या मूर्ति स्थापित कर लीजिए। अब अपने लेफ्ट हैंड की तरफ थोड़े से चावल रख लें और एक कलश स्थापित कर दें। कलश के अंदर हल्दी, सुपारी, सिक्का, चावल और फूल डाल दें। आम या अशोक के पत्ते कलश पर लगाएं। इसके ऊपर नारियल रख दें। अब आपके पास मंदिर में पुरानी मूर्ति है या आपका चांदी की लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति है तो उनको स्थापित कर दीजिए। लक्ष्मी जी के साथ विष्णु भगवान का होना जरूरी है, इसलिए उनकी तस्वीर या कोई मूर्ति लगा लें। अब बड़ा दीपक जलाएं और एक छोटे दीपक से उनकी पूजा करें और अंत में आरती जरूर करें। आरती के बाद माता लक्षमी जी, गणेश जी और भगवान विष्णु जी को मिठाई का भोग लगाएं और अपने परिवार की मंगलकामना का आशीर्वाद मांगे।

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