Move to Jagran APP

Ankit Tiwari Arrest Case: DMK सांसद ने ED को बताया जबरन वसूली विभाग, भाजपा सरकार पर भी साधा निशाना

प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी अंकित तिवारी की तमिलनाडु सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय ने 20 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। इस मामले को लेकर डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने ईडी पर निशाना साधा है। मदुरै में तैनात 2016 बैच के अधिकारी अंकित तिवारी की शुक्रवार को डिंडीगुल जिले में एक डॉक्टर से कथित तौर पर 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तारी हुई।

By Anurag GuptaEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 02 Dec 2023 03:34 PM (IST)
Hero Image
रिश्वत लेते हुए ईडी अधिकारी गिरफ्तारी (फोटो: एएनआई)
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के एक अधिकारी अंकित तिवारी की तमिलनाडु सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (DVAC) ने 20 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। इस मामले को लेकर डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने शनिवार को संघीय एजेंसी पर जमकर निशाना साधते हुए उसे 'जबरन वसूली वाला विभाग' करार दिया।

क्या कुछ बोले डीएमके सांसद?

डीएमके सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर कर ईडी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,

डीवीएसी ने डिंडीगुल में 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में एक ईडी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। इससे सार्वजनिक संस्थानों में नागरिकों का विश्वास चकनाचूर होता है, जिससे यह आश्चर्य होता है कि क्या ईडी का मतलब जबरन वसूली विभाग या प्रवर्तन निदेशालय है, जिसका भाजपा सरकार ने देशभर में राजनीतिक विरोधियों और आलोचकों को बेशर्मी से आतंकित करने और जबरन वसूली करने के लिए व्यवस्थित रूप से दुरुपयोग किया है।

यह भी पढ़ें: ED अधिकारी अंकित तिवारी घूसकांड, Tamil Nadu विजिलेंस और एंटी करप्शन विंग ने ईडी दफ्तर में मारी रेड

क्या है पूरा मामला?

मदुरै प्रवर्तन विभाग कार्यालय में कार्यरत 2016 बैच के अधिकारी अंकित तिवारी की शुक्रवार को डिंडीगुल जिले में एक डॉक्टर से कथित तौर पर 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तारी हुई।

यह भी पढ़ें: प्रवर्तन अधिकारी ने डॉक्टर से मांगी 20 लाख रुपए की रिश्वत, पुलिस ने किया गिरफ्तार