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Donald Trump Birthday: डोनाल्ड ट्रंप के व्यापारी से नेता बनने की कहानी, पढ़ें कैसा रहा राष्ट्रपति बनने का सफर?

Donald Trump Birthday डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी इतिहास पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। ट्रंप ने एक सफल व्यापारी से राजनेता तक का सफर तय किया है। वह संयुक्त राज्य अमेरिका के 45 वें राष्ट्रपति बने। ट्रंप का कार्यकाल 20 जनवरी 2017 से 20 जनवरी 2021 तक रहा।

By Devshanker ChovdharyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 14 Jun 2023 08:54 AM (IST)
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डोनाल्ड ट्रंप के व्यापारी से नेता बनने की कहानी।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Donald Trump Birthday: अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आज (14 जून) जन्मदिन है। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी इतिहास पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। ट्रंप ने एक सफल व्यापारी से राजनेता तक का सफर तय किया है। ट्रंप एक सफल बिजनेसमैन है और उनका कारोबार पूरी दुनिया में फैला हुआ है। उन्होंने व्यापार जगत के साथ-साथ राजनीति में कदम रखा और अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने।

डोनाल्ड ट्रंप की शुरुआती जीवन

डोनाल्ड ट्रंप का जन्म 14 जून, 1946 को क्वींस, न्यूयॉर्क हुआ था। वह अपने माता-पिता के चौथी संतान थे। डोनाल्ड ट्रंप का पालन-पोषण एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उन्होंने अपने पिता से कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के मूल्यों को सीखा। ट्रंप के पिता एक सफल रियल एस्टेट व्यापारी थे। ट्रम्प ने पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के जाने-माने व्हार्टन स्कूल में नामांकन लिया, जहां उन्होंने अर्थशास्त्र की डिग्री हासिल की।

कारोबार की दुनिया में डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिता के कारोबार को आगे बढ़ाया। अपने पिता की कंपनी में शामिल होते ही डोनाल्ड ट्रम्प का व्यापार खूब आगे बढ़ा। उन्होंने बागडोर संभालने के बाद इसका नाम बदलकर 'द ट्रम्प ऑर्गनाइजेशन' कर दिया। उन्होंने अमेरिका के मैनहट्टन में ट्रम्प टॉवर, ट्रम्प प्लाजा और ट्रम्प इंटरनेशनल होटल जैसी प्रतिष्ठित संरचनाओं के साथ-साथ रियल एस्टेट की दुनिया में कदम रखा।

रियलिटी टीवी शो में डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने 2004 में रियलिटी टीवी शो "द अपरेंटिस" की मेजबानी की थी। ये शो प्रतिभागियों के व्यावसायिक कौशल पर आधारित था। ट्रंप इस शो के सह-निर्माता भी थे। अमेरिकी अभिनेता से राजनेता बने ट्रंप ने कई फिल्मों और टेलीविजन प्रोजेक्ट में काम किया है। उन्होंने एक कारोबारी, अमिनेता से लेकर राजनेता बनने तक का रास्ता तय किया है।

राजनीति में डोनाल्ड ट्रंप की एंट्री

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राजनीति में कदम रखने के साथ ही खलबली मचा दी। उन्होंने 2015 में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। डोनाल्ड ट्रंप अपने चुनावी अभियान में विवादास्पद बयानों और अपरंपरागत नीतियों हो अपना हथियार बनाया।

डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी लोगों के लिए एक मजबूत आवाज के रूप में उभर कर सामने आया। लोगों ने उन पर भरोसा जताया। डोनाल्ड ट्रंप ने लोगों के अपने भाषण से प्रभावित किया। उन्होंने रोजगार को प्राथमिकता रखते हुए लोगों के बीच अपनाी बात रखी, जो अमेरिकी नागरिकों को काफी पसंद आया।

अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने सभी बाधाओं को दूर करते हुए रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन किया और 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के साथ उनका सामना हुआ। इस चुनाव में अमेरिका में बड़ा उलटफेर हुआ और ट्रंप ने आश्चर्यजनक उलटफेर में जीत हासिल की। वह संयुक्त राज्य अमेरिका के 45 वें राष्ट्रपति बने। उनके कार्यकाल में एक मजबूत अर्थव्यवस्था, टैक्स सुधार, विनियमन और "अमेरिका फर्स्ट" विदेश नीति दृष्टिकोण उभर कर सामने आया। ट्रंप का कार्यकाल 20 जनवरी 2017 से 20 जनवरी 2021 तक रहा।

विवादों में डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने जिस तरह अमेरिकी व्यापारी से लेकर राष्ट्रपति तक का सफर तय किया है, उसी तरह वह कई विवादों में भी फंसे हैं। ट्रंप अक्सर निजी जीवन को लेकर विरोधी के निशाने पर रहे हैं। वह प्रेसीडेंसी चुनाव के दौरान भी विवादों में थे। उनकी अनफिल्टर्ड संचार शैली और नीतियां बहस का विषय बन गया है। ऐसे आरोप लगते हैं कि उनकी नीतियों ने देश का ध्रुवीकरण कर दिया।

ट्रंप ने ऐसे कई फैसले लिए हैं, जिस वजह से उन्हें समर्थन भी मिला और उनका विरोध भी हुआ। इनमें कई मुस्लिम-बहुसंख्यक देशों पर यात्रा प्रतिबंध से लेकर व्यापारिक साझेदारों पर शुल्क लगाना शामिल हैं। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति बने, जिनके खिलाफ एक ही कार्यकाल में दो बार महाभियोग प्रस्ताव लाया गया।

डोनाल्ड ट्रंप की विरासत

अमेरिकी राजनीति और वैश्विक मंच पर डोनाल्ड ट्रंप के प्रभाव को कम करके नहीं आंका जा सकता है। उनके लोकलुभावन और राष्ट्रवादी बयानबाजी ने पारंपरिक मानदंडों को चुनौती दिया है। ट्रम्प की "अमेरिका फर्स्ट" विचारधारा ने राजनीतिक आंदोलनों को प्रभावित किया, जो देश के भीतर बढ़ते विभाजन को उजागर करता है। उनकी नीतियों और नेतृत्व शैली ने राजनीतिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है।