पाकिस्तान के परमाणु हथियार प्रोग्राम में संभावित उपयोग के लिए चीन से भेजी जा रही संदिग्ध वस्तुओं की जब्ती के मामले में डीआरडीओ टीम ने रिपोर्ट पेश कर दी है। चीन से कराची जा रहे एक जहाज को भारतीय एजेंसियों ने जहाज को इस संदेह पर रोक लिया था कि इसमें परमाणु कार्यक्रम के दोहरे उपयोग वाली सामग्री भेजी जा रही थी।
एएनआई, नई दिल्ली। पाकिस्तान के परमाणु हथियार प्रोग्राम में संभावित उपयोग के लिए चीन से भेजी जा रही संदिग्ध वस्तुओं की जब्ती के मामले में डीआरडीओ टीम ने अपनी आधिकारिक रिपोर्ट सक्षम प्राधिकारी को सौंप दी है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि डीआरडीओ विशेषज्ञों की रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़े आकार की सीएनसी मशीनें दोहरे उपयोग वाले उपकरण हैं और इसका इस्तेमाल सेना के लिए किया जा सकता है।
दरअसल, चीन से कराची जा रहे एक जहाज को भारतीय एजेंसियों ने जहाज को इस संदेह पर रोक लिया था कि इसमें परमाणु कार्यक्रम के दोहरे उपयोग वाली सामग्री भेजी जा रही थी। इसका इस्तेमाल पाकिस्तान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए किया जा सकता था।
पाकिस्तान ने भारत की कार्रवाई पर जताई थी आपत्ति
वहीं, जहाज को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा रोके जाने पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई है। पाकिस्तान ने कहा कि यह एक वाणिज्यिक इकाई द्वारा लेथ मशीन के आयात का साधारण मामला है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, इस मामले की रिपोर्टिंग में भारतीय मीडिया ने तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया है। यह कराची स्थित एक वाणिज्यिक इकाई द्वारा लेथ मशीन के आयात का साधारण मामला है। यह वाणिज्यिक इकाई पाकिस्तान में आटोमोबाइल उद्योग को उपकरणों की आपूर्ति करती है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि उपकरण की विशिष्टताएं स्पष्ट रूप से इसके विशुद्ध रूप से व्यावसायिक उपयोग का संकेत देती हैं। लेनदेन सभी प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ पारदर्शी बैंकिंग चैनलों के माध्यम से किया जा रहा था।
23 जनवरी को रोका था व्यावसायिक जहाज
उल्लेखनीय है कि भारतीय सीमा शुल्क अधिकारियों ने 23 जनवरी को कराची जा रहे व्यावसायिक जहाज ‘सीएमए सीजीएम अत्तिला’ को रोक लिया और जहाज में लदी खेप का निरीक्षण किया। जहाज पर लदे सामान में इतालवी कंपनी निर्मित एक कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीन भी शामिल है। सीएनसी मशीन का उपयोग उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम में कर चुका है।