Manipur Violence: मणिपुर में लूटे गए हथियारों की वापसी को रखे गए ड्रॉपबॉक्स, लिखा है ये खास संदेश
हिंसाग्रस्त रहे मणिपुर में इंफाल से चूरचंदपुर जाने वाली सड़क के किनारे विभिन्न स्थानों पर ड्रॉपबॉक्स रखे गए हैं। उसके पास ही लगे पोस्टर में लिखा है छीने गए हथियारों को यहां वापस रख दें। बड़े-बड़े ड्रॉपबॉक्स रखने के साथ ही मणिपुर की जनता से अपील की गई है कि वह मणिपुर में हिंसा के दौरान सुरक्षाबलों से छीने गए हथियारों को इन बक्सों में जमा कर दिया जाए।
पीटीआई, इंफाल। Manipur Violence: हिंसाग्रस्त रहे मणिपुर में इंफाल से चूरचंदपुर जाने वाली सड़क के किनारे विभिन्न स्थानों पर ड्रॉपबॉक्स रखे गए हैं। उसके पास ही लगे पोस्टर में लिखा है, 'छीने गए हथियारों को यहां वापस रख दें।' बड़े-बड़े ड्रॉपबॉक्स रखने के साथ ही मणिपुर की जनता से अपील की गई है कि वह मणिपुर में हिंसा के दौरान सुरक्षाबलों से छीने गए हथियारों को इन बक्सों में जमा कर दिया जाए।
नहीं होगा कोई सवाल-जवाब
अंग्रेजी और मैतेई भाषा में इन हथियारों को डालने के लिए स्वतंत्र रहें का संदेश भी इस लिहाज से दिया है कि हथियार लौटाने वालों से कोई सवाल-जवाब नहीं होगा। मणिपुर में यह चर्चा आम है कि चुनाव से पहले जगह-जगह पोस्टरों, बैनरों और रैलियों का माहौल नहीं है। इसके बजाय विभिन्न स्थानों पर बंदूकों की तस्वीरों वाले भूरे रंग के बक्से रखे हुए हैं।
लोगों को दिया गया हथियारों को वापस करने का संदेश
हिंसा के दौरान सुरक्षाबलों से छीने गए हथियारों को वापस करने का संदेश लोगों को दिया गया है। सूत्रों के अनुसार हिंसाग्रस्त राज्य के शस्त्रागार से भीड़ की लूटी 4200 बंदूकें अभी भी गायब हैं। पिछले 11 महीनों में सुरक्षाबलों ने राज्य में विभिन्न स्थलों पर कांबिंग की है और जातीय हिंसा में लूटे गए हथियारों को बड़ी तादाद में बरामद किया है।1800 हथियार बरामद
अभी भी विभिन्न समुदायों से लूटे गए कुल छह हजार हथियारों में से केवल 1800 हथियार ही बरामद किए जा सके हैं। लूटे गए हथियारों में 303 राइफलें, मीडियम मशीन गन, एके असाल्ट राइफलें, इंसास लाइट मशीन गन, एम-16 और एमपी5 राइफलें शामिल है।यह भी पढ़ेंः BJP Manifesto: विकास की राजनीति और खुद पर भरोसे की झलक, विपक्षी दलों के दबाव मे भी भाजपा ने रेवड़ियों से किया किनारा