मूसलाधार बारिश बनी भक्तों की राह का रोड़ा, फिर रोकी गई बाबा बर्फानी की यात्रा
खराब मौसम ने फिर अमरनाथ यात्रा में बाधा डाल दी। गुरुवार को मूसलधार बारिश के चलते पहलगाम व बालटाल दोनों मार्गों से यात्रा स्थगित रही।
By Nancy BajpaiEdited By: Updated: Fri, 06 Jul 2018 09:18 AM (IST)
जम्मू (जेएनएन)। खराब मौसम ने फिर अमरनाथ यात्रा में बाधा डाल दी। गुरुवार को मूसलधार बारिश के चलते पहलगाम व बालटाल दोनों मार्गों से यात्रा स्थगित रही। इस बीच किसी भी यात्री को पवित्र गुफा की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन मौसम खराब होने से पहले आधार शिविरों से निकले 7,450 भक्तों ने गुरुवार को हिमलिंग के दर्शन किए। इसके साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या 70,000 श्रद्धालु का आंकड़ा पार कर गई है।
गौरतलब है कि गत 28 जून से शुरू हुई यात्रा पहले तीन दिन बाधित रही। उसके बाद मौसम में सुधार आते ही बहाल हुई। चार जुलाई से मौसम के मिजाज फिर से बिगड़ने के कारण यात्रा एहतियातन रोक दी गई। गुरुवार को भी बारिश के कारण यात्रा को स्थगित रखा गया। अधिकारियों के अनुसार, पहलगाम के नुनवन आधार शिविर में 6000 श्रद्धालु, जबकि बालटाल आधार शिविर में 5700 श्रद्धालु रुके हैं। मौसम में सुधार होते ही इनको पवित्र गुफा की तरफ रवाना किया जाएगा।इसी बीच श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि बीते दो दिनों के दौरान कोई पैदल श्रद्धालु बालटाल या पहलगाम से पवित्र गुफा के लिए नहीं है। जो श्रद्धालु आधार शिविरों से यात्रा बंद होने से पहले निकल चुके थे, उनमें से कई पवित्र गुफा पहुंचे हैं। दोपहर बाद मौसम में आंशिक सुधार के बाद हेलीकॉप्टर के जरिए कई श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए। सुबह से शाम तक 7,450 भक्तों ने पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया।
जम्मू से जत्था नहीं हुआ रवानाकश्मीर में मौसम खराब होने के कारण गुरुवार को जम्मू से बालटाल और पहलगाम के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना नहीं हो सका। नौ दिनों में यह दूसरी बार है जब जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर से जत्था रवाना नहीं हुआ है। भगवती नगर आधार शिविर में देशभर से बाबा अमरनाथ के दर्शनों के लिए आने का सिलसिला जारी है। देशभर से आ रहे श्रद्धालुओं को भगवती नगर के अलावा जम्मू की अलग-अलग धर्मशालाओं में ठहराया जा रहा है।
आज राज्यपाल लेंगे नुकसान का जायजाश्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष राज्यपाल एनएन वोहरा बारिश और भूस्खलन से यात्रा मार्ग पर हुए नुकसान का शुक्रवार को मौके पर जाकर जायजा लेंगे। राज्यपाल बालटाल, बरारीमर्ग, शेषनाग और यात्रा मार्ग पर स्थित अन्य शिविरों का दौरा करेंगे। संबंधित अधिकारियों संग यात्रा को सुरक्षित और निíवघ्न संपन्न कराने के उपायों पर विचार विमर्श करेंगे।