कुशलता बढ़ने से प्रवासी भारतीय कामगार अब अधिक रकम भेज रहे हैं भारत, आठ फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान
भारतीय युवाओं की शिक्षा का स्तर व उनकी कुशलता बढ़ने से विदेश में रह रहे भारतीय कामगार अब पहले के मुकाबले अधिक विदेशी मुद्रा भारत भेज रहे हैं। कामगारों की तरफ से विदेश से राशि भेजने को रेमिटेंस भी कहा जाता है। वित्त मंत्रालय का अनुमान है कि चालू वर्ष 2024 में पिछले वर्ष 2023 के मुकाबले रेमिटेंस में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय युवाओं की शिक्षा का स्तर व उनकी कुशलता बढ़ने से विदेश में रह रहे भारतीय कामगार अब पहले के मुकाबले अधिक विदेशी मुद्रा भारत भेज रहे हैं। कामगारों की तरफ से विदेश से राशि भेजने को रेमिटेंस भी कहा जाता है। वित्त मंत्रालय का अनुमान है कि चालू वर्ष 2024 में पिछले वर्ष 2023 के मुकाबले रेमिटेंस में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
वर्ष 2023 में इन कामगारों की तरफ से 125 अरब डॉलर भारत भेजे गए थे जो इस साल बढ़कर 135 अरब डॉलर से अधिक होने का अनुमान है। वर्ल्ड माइग्रेशन रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 में रेमिटेंस में 36 प्रतिशत हिस्सेदारी उच्च कुशल भारतीय प्रवासियों की थी जिनमें हाईटेक कामगारों का अधिक योगदान था।