Weather Updates: समूचे उत्तर भारत में आसमान से बरस रही आग, सुस्त पड़ा मानसून; बिहार में लू लगने से 10 लोगों की मौत
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से और बिहार में कई जगहों पर अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। गर्मी से राहत की फिलहाल की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। मौसम विभाग ने कहा उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भीषण लू की स्थिति दर्ज की गई। झारखंड बिहार और पंजाब के कुछ इलाकों में भी लू का सामना करना पड़ रहा है।
जेएनएन, नई दिल्ली। मानसून के सुस्त पड़ने के कारण पूर्वी, उत्तरी भारत भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से आग बरस रही है। बिहार के बक्सर में गुरुवार को देश में सबसे अधिक 47.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। दून में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रिकॉर्ड है। इससे पहले चार जून 1902 को दून का तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस रहा था, जो ऑल टाइम रिकॉर्ड है।
पिछले पांच दिनों से दून का पारा 41 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। पंतनगर का अधिकतम तापमान 41.0 डिग्री, मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री, टिहरी का अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
गर्मी से राहत की फिलहाल की कोई संभावना नहीं
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से और बिहार में कई जगहों पर अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। गर्मी से राहत की फिलहाल की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।मौसम विभाग ने कहा, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भीषण लू की स्थिति दर्ज की गई। झारखंड, बिहार और पंजाब के कुछ इलाकों में भी लू का सामना करना पड़ रहा है। चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा के कई इलाकों और पश्चिम झारखंड, दक्षिण-पश्चिम बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 44-47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
उत्तर पश्चिम भारत में 53 प्रतिशत कम बारिश
मौसम विभाग ने अगले दो हफ्तों के लिए अपने पूर्वानुमान में कहा कि इस मौसम के पहले 12 दिनों में देशभर में संचयी मानसूनी बारिश सामान्य से चार प्रतिशत कम हुई। उत्तर पश्चिम भारत में 53 प्रतिशत कम बारिश हुई। दक्षिणी भारत में एक-12 जून की अवधि के दौरान सामान्य से 60 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। 19 जून के आसपास दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।मौसम विभाग के अनुसार, एक मार्च से नौ जून के बीच ओडिशा में 27 दिन लू का सामना करना पड़ा, जो देश में सबसे अधिक है। पश्चिम राजस्थान में 23, बंगाल में 21, हरियाणा-दिल्ली-पश्चिम उत्तर प्रदेश में 20, पश्चिम मध्य प्रदेश में 19, गुजरात और पूर्वी राजस्थान 17 दिन लू की स्थिति रही।