Move to Jagran APP

'...तो मैं आपसे क्षमा चाहता हूं', CJI के तौर पर अपने आखिरी संबोधन में भावुक हुए डीवाई चंद्रचूड़

CJI DY Chandrachud farewell सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ का भारतीय न्यायपालिका के 50वें प्रमुख के रूप में अंतिम कार्य दिवस था। वह 10 नवंबर रविवार को पद छोड़ देंगे। उनकी जगह लेंगे मनोनीत सीजेआई संजीव खन्ना। अपने अंतिम कार्य दिवस में विदाई समारोह के दौरान जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ भावुक हो गए और कहा कि जरूरतमंदों की सेवा करने से बड़ी कोई भावना नहीं है।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Fri, 08 Nov 2024 06:28 PM (IST)
Hero Image
अंतिम कार्य दिवस पर संबोधन के दौरान भावुक हुए निवर्तमान सीजेआई चंद्रचूड़। (Photo- ANI)
पीटीआई, नई दिल्ली। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को भारतीय न्यायपालिका के 50वें प्रमुख के रूप में अपने अंतिम कार्य दिवस पर कहा कि जरूरतमंदों और ऐसे लोगों की सेवा करने में सक्षम होने से बड़ी कोई भावना नहीं है, जिन्हें वे कभी नहीं जानते या उनसे कभी नहीं मिले।

सीजेआई द्वारा मनोनीत सीजेआई संजीव खन्ना, जस्टिस जे बी पारदीवाला और मनोज मिश्रा की मौजूदगी वाली चार जजों की औपचारिक पीठ का नेतृत्व करते हुए डीवाई चंद्रचूड़ ने न केवल किए गए काम के लिए बल्कि देश की सेवा करने के अवसर के लिए भी गहरी संतुष्टि की भावना व्यक्त की।

10 नवंबर को होंगे रिटायर

जस्टिस चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर, 2022 को अपने प्रतिष्ठित पिता वाई वी चंद्रचूड़ के पद पर कदम रखा, जिन्होंने 1978 से 1985 के बीच सबसे लंबे समय तक सीजेआई के रूप में कार्य किया और 10 नवंबर, रविवार को पद छोड़ देंगे।

भारत के न्यायिक इतिहास के इस महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करने के लिए मुख्य न्यायाधीश मनोनीत खन्ना और अटॉर्नी जनरल, सॉलिसिटर जनरल, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष कपिल सिब्बल और अन्य सहित बार नेताओं द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

अनजाने में हुई गलतियों के लिए मांगी माफी

इस अवसर पर भावुक जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, 'आपने मुझसे पूछा कि मुझे क्या आगे बढ़ाता है। यह न्यायालय ही है, जिसने मुझे आगे बढ़ाया है, क्योंकि ऐसा एक भी दिन नहीं है, जब आपको लगे कि आपने कुछ नहीं सीखा है और आपको समाज की सेवा करने का अवसर नहीं मिला है। जरूरतमंद लोगों और उन लोगों की सेवा करने में सक्षम होने से बड़ी कोई भावना नहीं है, जिनसे आप कभी नहीं मिलेंगे, जिन्हें आप संभवतः जानते भी नहीं हैं, जिनके जीवन को आप बिना देखे प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।'

यह भी पढ़ें- Fact Check: लोकतंत्र ‘बचाने’ के लिए लोगों से सड़कों पर उतरने की अपील करता CJI के नाम से वायरल बयान FAKE और मनगढ़ंत

उन्होंने किसी भी अनजाने में हुई गलतियों या गलतफहमी के लिए माफी मांगते हुए कहा, 'अगर मैंने कभी किसी को ठेस पहुंचाई है, तो मैं आपसे क्षमा चाहता हूं।' एससीबीए अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने सीजेआई को एक असाधारण पिता का असाधारण बेटा बताया। उन्होंने कहा, 'मैंने इस न्यायालय में 52 वर्षों से वकालत की है और मैंने अपने जीवन में कभी भी ऐसा कोई न्यायाधीश नहीं देखा जिसमें आप, हमेशा मुस्कुराते रहने वाले डॉ. चंद्रचूड़ जैसा असीम धैर्य हो।'