S Jaishankar: ...तो इस वजह से मुंबई हमले के बाद पलटवार से पीछे हट गई थी कांग्रेस, एस जयशंकर ने किया बड़ा दावा
भारत को ग्लोबल साउथ (करीब 125 देशों का समूह) की आवाज करार देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि ग्लोबल साउथ के देश विश्व में अपने मुद्दों और स्थिति को लेकर भारत पर भरोसा करते हैं। जयशंकर ने यहां विदेश नीति पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुंबई हमले के बाद संप्रग सरकार ने सैन्य कार्रवाई नहीं की।
पीटीआई, हैदराबाद। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को दावा किया कि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने 2008 में मुंबई पर हुए आतंकी हमलों के बाद कुछ नहीं करने का फैसला किया। तत्कालीन सरकार का तर्क था कि पाकिस्तान पर हमला नहीं करने की तुलना में उसपर हमला करना अधिक महंगा साबित होगा।
कार्यक्रम में बोले एस जयशंकर
भारत को 'ग्लोबल साउथ' (करीब 125 देशों का समूह) की आवाज करार देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि ग्लोबल साउथ के देश विश्व में अपने मुद्दों और स्थिति को लेकर भारत पर भरोसा करते हैं। जयशंकर ने यहां विदेश नीति पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया।
#WATCH | Hyderabad, Telangana: At the forum for Nationalist Thinkers- Hyderabad Chapter 'Foreign Policy The India Way: From Diffidence To Confidence', EAM Dr S Jaishankar says, "Now, there are other examples I can give you of confidence. One is how to defend your borders more… pic.twitter.com/Rlx0iInKk5
— ANI (@ANI) April 23, 2024
इजरायल को लेकर कही ये बात
इजरायल को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जरा इजरायल जैसे देश के बारे में सोचें... इजरायल 1948 में स्वतंत्र हुआ। 1948 से 1992 तक, हमने इजरायल में एक राजदूत और एक दूतावास नहीं रखने का फैसला किया। क्यों? 1992 से, हमारे पास एक दूतावास था। 1992 से 2017 तक, भारत का कोई भी प्रधानमंत्री इजरायल नहीं गया, नरेंद्र मोदी इजरायल गए।'मोदी की गारंटी' वैश्विक है
हैदराबाद में एक कार्यक्रम में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर कहा कि यह भी एक वैश्वीकृत दुनिया है, हमारे पास (भारत के बाहर) बहुत सारे भारतीय हैं... हमें उन चुनौतियों के लिए भी तैयार रहना होगा। तथ्य यह है कि आज लगभग दो करोड़ भारतीय, भारतीय नागरिक और भारतीय पासपोर्ट धारक हैं जो भारत से बाहर रहते हैं और काम करते हैं। लगभग डेढ़ करोड़ दूसरे देशों के नागरिक हैं जिनसे हमारा जुड़ाव है। उस जिम्मेदारी को देखें जो यह हमें देता है... हमने इसे यूक्रेन, सूडान, इज़राइल में संघर्षों में देखा है... 'मोदी की गारंटी' भारत की सीमाओं पर नहीं रुकती। 'मोदी की गारंटी' वैश्विक है।