एस जयशंकर जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक संग जल्द करेंगे बैठक, रणनीतिक साझेदारी पर होगी चर्चा
डॉ. एस जयशंकर ने एक बार फिर से विदेश मंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद देश को अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक से बात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा की।विदेश मंत्री एस जयशंकर के दूसरे कार्यकाल के लिए जर्मन की विदेश मंत्री ने उन्हें बधाई भी थी।
एएनआई, नई दिल्ली। डॉ. एस जयशंकर ने एक बार फिर से विदेश मंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद देश को अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक से बात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा की।
जर्मन विदेश मंत्री ने दी थी एस जयंशकर को बधाई
विदेश मंत्री एस जयशंकर के दूसरे कार्यकाल के लिए जर्मन की विदेश मंत्री ने उन्हें बधाई भी थी। जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने एक्स पर एक पोस्ट लिखी थी, उन्होंने लिखा था, भारत के विदेश मंत्री के रूप में पुनः नियुक्ति पर एस जयशंकर को बधाई। हम अपनी बातचीत जारी रखने और अपनी रणनीतिक साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए बहुत उत्सुक हैं।
अब जयशंकर ने इसका जवाब दिया है, उन्होंने कहा, 'जर्मनी के एफएम @ABarbock से बात करके बहुत खुशी हुई।' हार्दिक बधाई के लिए उन्हें धन्यवाद। हमारी द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा हुई और शीघ्र बैठक पर सहमति बनी।'
So glad to speak to FM @ABaerbock of Germany.
Thanked her for the warm congratulations. Discussed our bilateral partnership and agreed on an early meeting.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 12, 2024
पीएम नरेंद्र मोदी को दिया धन्यवाद
बता दें कि कार्यभार संभालने के बाद जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट लिखी थी, उन्होंने कहा, 'विदेश मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। मुझे यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद।'साथ ही एस जयशंकर ने विदेश मंत्रालय में दो नवनियुक्त राज्य मंत्रियों कीर्ति वर्धन सिंह और पबित्रा मार्गेरिटा का टीम एमईए में स्वागत किया।
जयशंकर ने रविवार को राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वह 2019 से गुजरात से राज्यसभा में भाजपा सांसद हैं। अपने हाजिर जवाब और वक्तृत्व कौशल के लिए सुर्खियां बटोरने वाले जयशंकर पिछले एक दशक से भारत की विदेश नीति को आकार देने वाली टीम में केंद्र स्तर पर हैं।2019 में विदेश मंत्री बनने से पहले, जयशंकर ने 2015 से 2018 तक भारत के विदेश सचिव के रूप में भी कार्य किया। विशेष रूप से, वह विदेश मंत्री की भूमिका निभाने वाले पहले विदेश सचिव भी बने।
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