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Earthquake : लद्दाख के कारगिल में सोमवार को आए भूकंप के झटके, रिक्टर पैमाने पर 4.3 रही तीव्रता

Earthquake in Kargil भूकंप सुबह करीब 930 बजे आया। यह जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। एनसीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र कारगिल से 151 किलोमीटर पश्चिम उत्तर पश्चिम (West North West of Kargil) में था।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Mon, 19 Sep 2022 11:20 AM (IST)
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भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी
कारगिल, (लद्दाख), एजेंसी। लद्दाख के कारगिल में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने बताया कि सोमवार सुबह लद्दाख के कारगिल में रिक्टर पैमाने पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप सुबह करीब 9:30 बजे आया। यह जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। एनसीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र कारगिल से 151 किलोमीटर पश्चिम उत्तर पश्चिम (West North West of Kargil) में था।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने अपने ट्वीट में कहा, 'करगिल और लद्दाख के 64 किलोमीटर WNW में सुबह करीब साढ़े नौ बजे 4.3 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी।'

भूकंप के बाद किसी जान-माल के नुकसान की अभी कोई सूचना नहीं है।

इसके पहले 16 सितंबर को भी आया था भूकंप

इससे पहले 16 सितंबर को भी लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 16 सितबंर को सुबह 4 बजकर 19 मिनट पर भूकंप के तेज झटके आए थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार 16 सितंबर को आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 थी। भूकंप का केन्द्र अलची (लेह) के उत्तर में 189 किलोमीटर पर था और इसकी गहराई भी जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी।

क्यों आता है भूकंप

पृथ्वी की बाह्य परत में अचानक हलचल से उत्पन्न ऊर्जा के परिणाम स्वरूप भूकंप आता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर, भूकंपी तरंगें उत्पन्न करती है, जो भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट होती है।

भूकंप प्राकृतिक घटना या मानवजनित कारणों से हो सकता है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं। भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर मुख्यत: गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन, और नाभिकीय परिक्षण ऐसे मुख्य दोष हैं।