Election Commissions Guidelines: उम्मीदवारों और एजेंटों को मतगणना केंद्रों में प्रवेश से पहले अनिवार्य रूप से दिखानी होगी RT-PCR रिपोर्ट
दो मई को होने वाली मतगणना के पहले आयोग ने सख्त आदेश जारी करते हुए कहा कि उम्मीदवारों और उनके एजेंटों के लिए मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने के पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट या पूर्ण टीकाकरण रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है।
By Sanjeev TiwariEdited By: Updated: Wed, 28 Apr 2021 05:09 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण और मद्रास हाईकोर्ट की कड़ी फटकार के बाद चुनाव आयोग अब मतगणना और जीत पर होने वाले जश्न को लेकर काफी सख्त हो गया है। दो मई को होने वाली मतगणना के पहले आयोग ने सख्त आदेश जारी करते हुए कहा कि उम्मीदवारों और उनके एजेंटों के लिए मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने के पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट या पूर्ण टीकाकरण रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है। बिना रिपोर्ट के उम्मीदवारों व एजेंटों को मतगणना केंद्रों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
Election Commission makes it mandatory for candidates and their agents to show negative RT-PCR test reports or complete vaccination reports to enter counting centres pic.twitter.com/RtMfAhgi76
— ANI (@ANI) April 28, 2021
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को आयोग ने कहा था कि जीत के बाद जश्न का कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। जीत का प्रमाण पत्र लेने के लिए विजयी प्रत्याशी के साथ सिर्फ दो लोगों को इजाजत मिलेगी। जाहिर है कि किसी उम्मीदवार के घर और पार्टी दफ्तर के बाहर भीड़ जमा होने पर नेता व पार्टी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। पूरे देश में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है। इस बीच अलग-अलग हाईकोर्ट में चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा कर दिया गया है। आरोप लगाया जा रहा है कि आयोग अपने दिशा निर्देशों का पालन नहीं करवा सका। पिछले दिनों आयोग ने रैली, रोड शो आदि को सीमित करने का निर्णय लिया था। बावजूद इसके कुछ नेता बाज नहीं आ रहे हैं।
मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग पर कड़ी टिप्पणी की थी
गौरतलब है कि हाल ही में चुनाव से जुड़ी एक याचिका को सुनते हुए मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग पर कड़ी टिप्पणी की थी। साथ ही कहा था कि दो मई को होने वाली मतगणना को लेकर कोरोना से बचाव को लेकर नया प्रोटोकाल तय करें, यदि ऐसा नहीं हुआ, तो हम मतगणना रोक देंगे। कोर्ट के कहा था कि अभी सिर्फ बचने व दूसरों को बचाने का समय है, दूसरी चीजें इसके बाद आती हैं। ध्यान रहे कि विधानसभा चुनाव नतीजों का व्यापक राजनीतिक असर होगा। कुछ दलों के अस्तित्व पर सवाल खड़ा है, कुछ की धमक का सवाल है और कुछ दलों की इज्जत का। जाहिर है हाईवोल्टेज रहे चुनाव नतीजों के बाद उसकी प्रतिक्रिया दिखेगी। आयोग ने पहले ही आदेश जारी कर नेताओं और दलों पर वैधानिक और नैतिक शिकंजा कस दिया है।
भाजपा ने किया आयोग के निर्णय का स्वागत
चुनाव आयोग द्वारा जीत के जश्न और विजय जुलूसों पर प्रतिबंध लगाए जाने के आदेश का भाजपा ने स्वागत किया है। प्रेट्र के अनुसार पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक ट्वीट में कहा किमैं आयोग के फैसले का स्वागत करता हूं। मैंने भाजपा की सभी राज्य इकाइयों को इस फैसले का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। भाजपा के सभी कार्यकर्ता संकट की इस घड़ी में लोगों की मदद में लगे हैं।