Karnataka: डीके शिवकुमार पर जल्द कसेगा शिकंजा! मनी लान्ड्रिंग मामले में ED ने चार्जशीट दाखिल की
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित मनी लान्ड्रिंग मामले में शिवकुमार और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। शिवकुमार वर्तमान में आईटी विभाग द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर ईडी द्वारा दर्ज किए गए मनी लान्ड्रिंग मामले में जमानत पर हैं।
By Mahen KhannaEdited By: Updated: Thu, 26 May 2022 05:30 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर जल्द शिकंजा कस सकता है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित मनी लान्ड्रिंग मामले में शिवकुमार और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। शिवकुमार वर्तमान में आईटी विभाग द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर ईडी द्वारा दर्ज किए गए मनी लान्ड्रिंग मामले में जमानत पर हैं। जांच एजेंसी का दावा है कि शिवकुमार की करीब 800 करोड़ रुपये की संपत्ति का कोई हिसाब नहीं है जिसके चलते उनके खिलाफ यह चार्जशीट दाखिल की गई है।
यह चार्जशीट दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में स्पेशल जज विकास ढल के समक्ष दायर की गई है। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार की बेटी ऐश्वर्या और कांग्रेस विधायक लक्ष्मी हेब्बालकर समेत उनके कई सहयोगियों से इस मामले में पूछताछ की गई थी। आयकर विभाग ने शिवकुमार और उनके सहयोगी एस के शर्मा पर तीन अन्य आरोपियों की मदद से हवाला चैनलों जरिए बड़ी मात्रा में अवैध रुप से धन के लेनदेन का आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि ED ने 3 सितंबर 2019 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। बाद में अक्टूबर 2019 में दिल्ली हाई कोर्ट ने जमानत दे दी। फिलहाल डीके शिवकुमार जमानत पर जेल से बाहर हैं। शुरुआती जांच के दौरान आइटी विभाग ने कथित तौर पर कांग्रेस नेता की अघोषित संपत्ति का हिसाब दिया। हालांकि शिवकुमार ने पहले इन आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया था। ED ने कांग्रेस नेता की पत्नी और मां को भी समन भेजा जिसे बाद दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी।
सूत्रों के अनुसार ED ने शिवकुमार की पत्नी और मां का नाम चार्जशीट में नहीं था। साल 2017 में विभाग ने 10 करोड़ नकदी और बेंगलुरु की संपत्ति से 2.5 करोड़ की रकम बरामद की थी। साल 2017 के अगस्त में IT ने शिवकुमार के आवास और इगलटोन गोल्फ रिजार्ट पर छापेमारी की जहां कांग्रेस के 44 विधायक रह रहे थे।