Chinese Loan Apps: Razorpay पर ED की बड़ी कार्रवाई, छापेमारी के बाद फ्रीज किए 78 करोड़ रुपये
ईडी ने कहा कि पेमेंट गेटवे रेजरपे के परिसरों एवं कुछ बैंकों पर छापेमारी के बाद उसने 78 करोड़ रुपये की जमा राशि फ्रीज कर दी है। चीनी नागरिकों के नियंत्रण वाले गैर कानूनी रूप से संचालित लोन एप के विरुद्ध मनी लांड्रिंग जांच के तहत यह कार्रवाई हुई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कहा कि पेमेंट गेटवे रेजरपे (Razorpay) के परिसरों एवं कुछ बैंकों पर छापेमारी के बाद उसने 78 करोड़ रुपये की ताजा जमा राशि फ्रीज कर दी है। चीनी नागरिकों के नियंत्रण वाले गैर कानूनी रूप से संचालित लोन एप के विरुद्ध जारी मनी लांड्रिंग जांच के तहत ईडी ने यह कार्रवाई की है। इस मामले में अभी तक 95 करोड़ रुपये जब्त किए जा चुके हैं। ईडी ने बताया कि बेंगलुरु में पांच स्थानों पर 19 अक्टूबर को छापेमारी की गई।
कई कंपनियों के खिलाफ हुई थी FIR पंजीकृत
रेजरपे ने कहा है कि उसने ईडी के साथ सहयोग किया और उसकी राशि जब्त नहीं की गई है। मोबाइल एप के माध्यम से छोटी राशि कर्ज लेने वालों से वसूली और उनके उत्पीड़न में शामिल कई कंपनियों और व्यक्तियों के विरुद्ध बेंगलुरु के साइबर पुलिस थाने में 18 एफआइआर पंजीकृत कराई गई थीं। इन्हीं एफआइआर के आधार पर मनी लांड्रिंग का मामला पंजीकृत किया गया।
कंपनियों का संचालन चीन के नागरिकों के पास
ईडी ने कहा, 'इन कंपनियों का संचालन एवं नियंत्रण चीन के नागरिकों के पास है। इन कंपनियों ने भारतीयों के जाली दस्तावेज का इस्तेमाल कर उन्हें डमी निदेशक बनाया है और अपराध कर रही हैं। यह बात ध्यान में आई कि ये कंपनियां अपना संदिग्ध, गैरकानूनी कारोबार भुगतान गेटवे या बैंक की विभिन्न मर्चेंट आइडी के माध्यम से कर रही थीं। इन्होंने केवाईसी दस्तावेजों में नकली पते जमा किए हैं।'
अब तक 95 करोड़ रुपये जब्त
ईडी ने कहा कि चीनी नागरिकों के नियंत्रण वाली इन कंपनियों की मर्चेंट आइडी (भुगतान गेटवे में मौजूद) और बैंक खातों में मौजूद 78 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। इस मामले में अभी तक कुल 95 करोड़ रुपये जब्त किए जा चुके हैं। जांच एजेंसी ने इससे पहले इस मामले में 17 करोड़ रुपये जब्त किए थे।
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