ED Raid: ईडी ने वॉशिंग मशीन से बरामद किए करोड़ों रुपये, 47 बैंक खातों से लेन-देन पर भी रोक; इन कंपनियों पर हुई छापेमारी
ED ने FEMA (विदेशी मुद्रा कानून) के एक मामले में कई शहरों में कुछ कंपनियों के ठिकानों पर छापा मारा। छापे के दौरान ED को करोड़ों रुपये बरामद हुए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मकरियन शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशकों विजय कुमार शुक्ला और संजय गोस्वामी के परिसरों पर तलाशी ली गई। इस दौरान ED को 2.54 करोड़ रुपये की नकदी मिली।
आईएएनएस, नई दिल्ली। ED ने FEMA (विदेशी मुद्रा कानून) के एक मामले में कई शहरों में कुछ कंपनियों के ठिकानों पर छापा मारा। छापे के दौरान ED को करोड़ों रुपये बरामद हुए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मकरियन शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशकों विजय कुमार शुक्ला और संजय गोस्वामी के परिसरों पर तलाशी ली गई। इस दौरान ED को 2.54 करोड़ रुपये की नकदी मिली। ED ने वॉशिंग मशीन में रखे रूपये भी जब्त किए हैं। एजेंसी ने बताया कि 47 बैंक खातों से लेन देन पर भी रोक लगाई गई है।
ED conducted searches under the provisions of FEMA,1999 at the premises of Capricornian Shipping & Logistics Pvt Ltd and its directors Vijay Kumar Shukla and Sanjay Goswami and associated entities. Laxmiton Maritime, Hindustan International, Rajnandini Metals Limited, Stawart… pic.twitter.com/mgyz8datcp
— ANI (@ANI) March 27, 2024
इन कंपनियों के नाम हैं शामिल
संघीय एजेंसी के अनुसार, इन कंपनियों में लक्ष्मीटन मैरीटाइम, हिंदुस्तान इंटरनेशनल, राजनंदिनी मेटल्स लिमिटेड, स्टवार्ट अलॉयज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, भाग्यनगर लिमिटेड, विनायक स्टील्स लिमिटेड, वशिष्ठ कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और उनके निदेशक/साझेदार संदीप गर्ग, विनोद केडिया एवं अन्य के परिसरों की तलाशी ली गई।ये तलाशी दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, कुरूक्षेत्र और कोलकाता सहित विभिन्न स्थानों पर की गई।एजेंसी ने यह भी उल्लेख नहीं किया है कि कहां 'वाशिंग मशीन' में नकदी रखी गई थी जिसे जब्त किया गया है। तलाशी के दौरान, 2.54 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी मिली, जिसका एक हिस्सा 'वॉशिंग मशीन' में छिपा कर रखा गया था।
कंपनियां भारत के बाहर भेज रही विदेशी मुद्रा
वित्तीय जांच एजेंसी ने विश्वसनीय जानकारी के आधार पर एक जांच शुरू की थी, जिसमें पता चला कि उक्त संस्थाएं बड़े पैमाने पर भारत के बाहर विदेशी मुद्रा भेजने में शामिल थीं और गैलेक्सी शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स, होराइजन शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स, सिंगापुर को 1,800 करोड़ रुपये की संदिग्ध बाहरी प्रेषण की थी।
ईडी को सूचना मिली थी कि कंपनियां भारत से बाहर बड़े स्तर पर फॉरेन एक्सचेंज भेजने में शामिल हैं। इन कंपनियों ने सिंगापुर की गैलेक्सी शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स और होराइजन शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स को 1800 करोड़ रुपये भेजे हैं। इन दोनों कंपनियों को संभालने का जिम्मा एंथनी डि सिल्वा के पास है।यह भी पढ़ें- पायलटों को 'अच्छे दिन' के लिए थोड़ा और करना होगा इंतजार, DGCA ने संशोधित ड्यूटी अवधि नियमों को किया स्थगित यह भी पढ़ें- पहली बार मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भाग लेगा सऊदी अरब, जानें - कौन है मॉडल रूमी अलकाहतानी