Mac Star Case: ईडी ने की बड़ी कार्रवाई, पूर्व गृह मंत्री सुशील शिंदे के बेटी-दामाद की संपत्तियां जब्त
मैक स्टार मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रीति श्राफ और दामाद राज श्राफ की 35.48 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर ली हैं।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Tue, 16 Mar 2021 09:53 PM (IST)
मुंबई, आइएएनएस। मैक स्टार मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रीति श्राफ और दामाद राज श्राफ की 35.48 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर ली हैं। ईडी अधिकारियों ने बताया कि प्रीति और राज श्राफ जिंदल कंबाइंस प्राइवेट लिमिटेड व ओरलैंडो ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं और उनकी संपत्तियां प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत बैंक धोखाधड़ी मामले में जब्त की गई हैं, जिसमें हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड (एचडीआइएल) व अन्य के प्रमोटर राकेश वधावन और सारंग वधावन शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि जब्त संपत्तियां 10,550 वर्ग फीट की दो वाणिज्यिक संपत्तियों के रूप में हैं जो मुंबई के अंधेरी-पूर्व में कालेदोनिया बिल्डिंग में स्थित हैं। ईडी जांच में पता चला कि वधावन ने 2014 में मैक स्टार की एक वाणिज्यिक संपत्ति को गैरकानूनी रूप से और धोखाधड़ी करके जिंदल कंबाइंस प्राइवेट लिमिटेड को 9.39 करोड़ (तत्कालीन अनुमानित मूल्य 15.64 करोड़ रुपये) में और दूसरी संपत्ति 2016 में ओरलैंडो ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड को 18 करोड़ रुपये (तत्कालीन अनुमानित मूल्य 19.84 करोड़ रुपये) में ट्रांसफर की थी।
हालांकि दूसरी संपत्ति के लिए अभी तक सिर्फ 10 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। दोनों कंपनियां इन संपत्तियों से सालाना क्रमश: 1.76 करोड़ और 1.39 करोड़ रुपये का किराया प्राप्त कर रही हैं। राज श्राफ से इस संबंध में प्रतिक्रिया लेने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन या संदेशों का कोई जवाब नहीं दिया।
ईडी ने यह जांच मुंबई में सीबीआइ (एसीबी) द्वारा राकेश वधावन, सारंग वधावन और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई एफआइआर के आधार पर शुरू की थी। उन पर यस बैंक द्वारा मैक स्टार मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड को मंजूर किए गए 200 करोड़ रुपये के कर्ज का गबन करने का आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि गैरकानूनी रूप से बेहद कम मूल्य पर उक्त संपत्तियों की बिक्री करके वधावन ने मैक स्टार मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ धोखाधड़ी की क्योंकि उन्होंने इसके लिए सबसे बड़े शेयर धारक (83.36 फीसद शेयरधारक डीई शा ग्रुप) की स्वीकृति नहीं ली थी। इससे मैक स्टार को नुकसान हुआ।
बता दें कि पीएमसी बैंक घोटाले में ईडी पहले ही एचडीआइएल, राकेश वधावन, सारंग वधावन, पीएमसी बैंक लिमिटेड के सीएमडी जाय थामस और अन्य के खिलाफ जांच शुरू कर चुकी है। पीएमसी बैंक को 4,355 करोड़ का चूना लगाने लगाने के लिए मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एफआइआर दर्ज की थी और इसी आधार पर ईडी ने अपनी जांच शुरू की है।