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गणित में फिसड्डी साबित हुए भारतीय शिक्षक, सिर्फ 25 प्रतिशत टीचर्स हीं दे पाए पूछे गए सवालों का सही जवाब

भारत और पश्चिम एशिया के शिक्षक गणित में काफी कमजोर हैं। एडटेक कंपनी ईआइ द्वारा किए गए अध्ययन नें पाया गया कि 75 प्रतिशत शिक्षकों को 50 प्रतिशत प्रश्नों का सही उत्तर देने में कठिनाई हुई तथा मात्र 25 प्रतिशत ही पूछे गए प्रश्नों का सही उत्तर दे सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि 80 प्रतिशत शिक्षक अनुपात लाजिकल रिजनिंग से संबंधित प्रश्नों के उत्तर नहीं दे सके।

By Agency Edited By: Piyush Kumar Published: Fri, 28 Jun 2024 11:22 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jun 2024 11:22 PM (IST)
भारत और पश्चिम एशिया के शिक्षक गणित में काफी कमजोर हैं।(फोटो सोर्स: जागरण)

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत और पश्चिम एशिया के शिक्षक गणित में फिसड्डी साबित हुए हैं। एक अध्ययन के अनुसार अधिकतर शिक्षक गणित के सामान्य प्रश्नों के भी उत्तर नहीं दे सके। अध्ययन में दो वर्षों में भारत, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और सऊदी अरब के 152 स्कूलों के तीसरी, चौथी, पांचवीं और छठी कक्षा के विद्यार्थियों के 1300 से अधिक सेवारत गणित शिक्षकों का मूल्यांकन किया गया।

75 प्रतिशत शिक्षक नहीं दे पाए प्रश्नों के सही जवाब 

यह अध्ययन एडटेक कंपनी ईआइ द्वारा किया गया। अध्ययन के दौरान, 1357 शिक्षकों ने मूल्यांकन में भाग लिया। मूल्यांकन में भाग लेने वालों में 80 प्रतिशत शिक्षक भारत से, 18 प्रतिशत संयुक्त अरब अमीरात से तथा एक-एक प्रतिशत ओमान और सऊदी अरब से थे।

अध्ययन के अनुसार, 75 प्रतिशत शिक्षकों को 50 प्रतिशत प्रश्नों का सही उत्तर देने में कठिनाई हुई तथा मात्र 25 प्रतिशत ही पूछे गए प्रश्नों का सही उत्तर दे सके।

यह अध्ययन हमारी शिक्षा प्रणाली के लिए चेतावनी: रिपोर्ट 

रिपोर्ट में कहा गया है कि 80 प्रतिशत शिक्षक अनुपात, लाजिकल रिजनिंग से संबंधित प्रश्नों के उत्तर नहीं दे सके। मुख्य शिक्षण अधिकारी (सीएलओ) श्रीधर राजगोपालन ने कहा, यह अध्ययन हमारी शिक्षा प्रणाली के लिए चेतावनी है, जिसने लंबे समय से रटने की शिक्षा को प्राथमिकता दी है।


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