India-Egypt: मिस्र के राष्ट्रपति और पीएम मोदी की शिखर वार्ता आज, आधा दर्जन समझौतों पर होंगे हस्ताक्षर
India-Egypt मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सिसी 26 जनवरी 2023 को भारत के 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। इससे पहले आज पीएम मोदी के साथ वह पहले एकांत में वार्ता करेंगे और उसके बाद द्विपक्षीय आधिकारिक वार्ता होगी।
By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalUpdated: Wed, 25 Jan 2023 05:30 AM (IST)
नई दिल्ली, नेशनल डेस्क। मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सिसी आज द्विपक्षीय वार्ता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हैदराबाद हाउस में मुलाकात करेंगे। वह दोनों देशों के बीच स्थानीय मुद्रा में कारोबार करने की पेशकश करेंगे। बता दें कि मिस्र की माली हालात बहुत खराब है और उसका विदेशी मुद्रा भंडार भी लगातार घट रहा है। ऐसे में दोनों देशों के बीच स्थानीय मुद्रा में कारोबार करना उसके लिए सही साबित हो सकता है।
पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे राष्ट्रपत अल-सिसी
पीएम मोदी और अल-सिसी के बीच द्विपक्षीय कारोबार के साथ ही रक्षा क्षेत्र में सहयोग प्रगाढ़ करने पर भी बात होगी। अल-सिसी 24 जनवरी को शाम छह बजे अपने सरकारी विमान से नई दिल्ली पहुंचे थे। अल-सिसी का 25 जनवरी की सुबह राष्ट्रपति भवन में राजकीय समारोह में स्वागत किया जाएगा। उनकी विदेश मंत्री एस. जयशंकर से अलग से बात होगी।
आधा दर्जन समझौतों पर होंगे हस्ताक्षर
पीएम मोदी के साथ वह पहले एकांत में वार्ता करेंगे और उसके बाद द्विपक्षीय आधिकारिक वार्ता होगी। इसके बाद दोनों देशों की तरफ से एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा व तकरीबन आधा दर्जन समझौतों पर हस्ताक्षर भी होंगे। सूत्रों ने बताया कि शीर्षस्तरीय बैठक के बाद जारी होने वाला बयान बहुत ही व्यापक होगा और एक तरह से दोनों देशों के भावी रिश्तों का एक रोडमैप बनेगा।मिस्र के साथ कारोबार को बढ़ाना भारत के लिए अहम
भारत के लिए मिस्र के साथ कारोबार को बढ़ाना बहुत अहम है। इसकी वजह यह है कि मिस्र कई देशों के साथ पहले ही मुक्त व्यापार समझौता कर चुका है। भारत की कोशिश है कि मिस्र के जरिये वह इसके साझेदार देशों में भी अपने उत्पादों व सेवाओं को पहुंचाए। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार कोविड के बाद तेजी से बढ़ा है। वर्ष 2021-22 के दौरान इनके बीच द्विपक्षीय कारोबार 7.26 अरब डालर का हुआ है जो एक वर्ष पहले के मुकाबले 75 प्रतिशत ज्यादा है। इसमें भारत का निर्यात 3.74 अरब डालर का रहा था।
वार्ता में रक्षा सहयोग भी काफी अहम होगा
दोनों देशों ने वर्ष 2026-27 तक 12 अरब डालर के द्विपक्षीय कारोबार का लक्ष्य रखा है। भारतीय कंपनियों ने मिस्र में 3.3 अरब डालर का निवेश भी कर रखा है। मिस्र स्वेज नहर का विस्तार भी कर रहा है और भारत इसमें निवेश करने की संभावना तलाश रहा है। दोनों नेताओं के बीच होने वाली वार्ता में रक्षा सहयोग भी काफी अहम होगा। इस साल पहली बार भारत और मिस्र की तीनों सेनाओं के बीच सैन्य अभ्यास होने वाला है। मिस्र ने भारत से कई तरह के रक्षा उपकरण व युद्धक विमान खरीदने में रुचि दिखाई है। दोनों देशों के बीच साथ मिलकर युद्धक विमानों का ईंजन बनाने को लेकर भी सहयोग स्थापित करने की बात हो रही है।गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे अल-सिसी
मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सिसी 26 जनवरी, 2023 को भारत के 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। यह पहली बार है कि मिस्र के किसी राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। अब्दुल-फतेह अल-सिसी 2014 से मिस्र के राष्ट्रपति के रूप में कार्यरत हैं।