Electoral Bonds: सबसे ज्यादा चंदा लेने वाली पार्टियों ने नहीं बताये नाम, चुनाव आयोग ने सारा ब्यौरा सार्वजनिक किया
जिन पार्टियों को सबसे ज्यादा चुनावी बॉन्ड के जरिए चुनावी चंदा मिला है वो इससे जुड़ी सूचना को सार्वजनिक करने को लेकर उतनी ही ज्यादा आनाकानी कर रही हैं। भाजपा टीएमसी कांग्रेस आप ने यह तो बताया है कि उन्हें कब और कितनी राशि के बॉन्ड्स मिले हैं लेकिन इसे किस कंपनी ने दिया है इससे जुड़ी सूचना उन्होंने नहीं बताई है।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। जिन पार्टियों को सबसे ज्यादा चुनावी बॉन्ड के जरिए चुनावी चंदा मिला है, वो इससे जुड़ी सूचना को सार्वजनिक करने को लेकर उतनी ही ज्यादा आनाकानी कर रही हैं। चुनाव आयोग ने रविवार (17 मार्च, 2024) को चुनावी बॉन्ड और इस बारे में सभी राजनीतिकों से जुड़े पत्र-व्यवहार का ब्यौरा सार्वजनिक किया है जिससे यह साफ होता है कि क्षेत्रीय राजनीतिक दल जैसे द्रमुक, अन्नाद्रमुक, एनसीपी, जनता दल (एस) जैसी गिनी चुनी पार्टियों को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश दलों ने यह नहीं बताया है कि उन्हें किस कंपनी या व्यक्ति से चुनावी चंदा मिले हैं।
भाजपा, टीएमसी, कांग्रेस, आप ने यह तो बताया है कि उन्हें कब और कितनी राशि के बॉन्ड्स मिले हैं लेकिन इसे किस कंपनी ने दिया है, इससे जुड़ी सूचना उन्होंने नहीं बताई है। इस बारे में टीएमसी व कांग्रेस ने एसबीआई पर दारोमदार डाल दिया है कि वह उससे मिले बॉन्ड्स की पूरी जानकारी चुनाव आयोग को उपलब्ध करा सकता है, जबकि भाजपा ने इसका ब्यौरा देने से इनकार करते हुए तर्क पेश किया है कि उसे लोक प्रतिनिधि कानून, 1951 और आयकर अधिनियम, 1960 के तहत जो भी चुनावी चंदा मिला है, उसे सार्वजनिक नहीं करने का अधिकार है।
कोर्ट ने EC को लौटाया था लिफाफा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव आयोग ने पूर्व में चुनावी बॉन्ड से मिली सारी जानकारी बंद लिफाफे में कोर्ट को दे दिया था। ये बंद लिफाफे सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राजनीतिक दलों ने आयोग को दिया था। बाद में कोर्ट ने इसे चुनाव आयोग को लौटा दिया था और जिसे 17 मार्च को वेबसाइट पर डाला गया है। यह कयास लगाया जा रहा था कि इससे किस कंपनी ने किस पार्टी के पक्ष में चुनावी बॉन्ड्स खरीदा है, यह पता चल जाएगा। ऐसा नहीं हो सका। हालांकि, अप्रैल, 2019 से पहले एक वर्ष के दौरान कितने चुनावी बॉन्ड्स राजनीतिक दलों को जारी किये गये, इसका ब्यौरा इसमें है।यह भी पढ़ेंः Electoral Bonds: दिग्गज कंपनियों के नाम नहीं, IT व स्टार्ट अप भी नहीं; चुनावी चंदा देने में ये कंपनियां आगे
किसे कितना मिला चंदा
यह ब्यौरा बताता है कि वर्ष 2018 के बाद से अभी तक भाजपा को सबसे ज्यादा 6986.5 करोड़ रुपये का चुनावी चंदा मिला है। टीएमसी दूसरे स्थान पर है और इसे 1396.94 करोड़ रुपये का बॉन्ड्स मिला है, जबकि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को 1334.35 करोड़ रुपये के बॉन्ड्स मिले हैं।द्रमुक को 656.5 करोड़ रुपये, वाइएसआर कांग्रेस को 442.8 करोड़ रुपये, बीजेडी को 944.5 करोड़ रुपये, टीडीपी को 181.35 करोड़ रुपये का चुनावी चंदा अप्रैल, 2018 से लेकर अभी तक मिला है। जिस तरह से द्रमुक, एनसीपी जैसी पार्टियों ने उन्हें दान देने वाली कंपनियों के नाम सार्वजनिक किये हैं उससे यह भी साफ हो जाता है कि अगर दूसरे राजनीतिक दल चाहते तो वह भी ऐसा कर सकते थे, क्योंकि चुनावी बॉन्ड संबंधित कानून के तहत एसबीआई के जरिए चुनावी बॉन्डस जारी करने की व्यवस्था सभी राजनीतिक दलों के लिए एक समान है।