सरकारी दफ्तरों में अब एक घंटे के लिए बंद हो जाएगी बिजली, CM हिमंत बिस्वा ने इस वजह से लिया बड़ा फैसला
असम सचिवालय अपने परिसर में 2.5 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के उद्घाटन के साथ देश का पहला हरित राज्य सरकार मुख्यालय बन गया। यह जानकारी मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दी। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 12.5 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित ग्रिड से जुड़े रूफटाप सौर ऊर्जा संयंत्र से प्रतिमाह बिजली बिल में 30 लाख रुपये की बचत होगी।
पीटीआई, गुवाहाटी। असम सचिवालय अपने परिसर में 2.5 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के उद्घाटन के साथ देश का पहला हरित राज्य सरकार मुख्यालय बन गया। यह जानकारी मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दी। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 12.5 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित ग्रिड से जुड़े रूफटाप सौर ऊर्जा संयंत्र से प्रतिमाह बिजली बिल में 30 लाख रुपये की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि आज, हमने नेट-जीरो सरकार बनने के अपने लक्ष्य में एक बड़ी छलांग लगाई है, क्योंकि मैंने जनता भवन में 2.5 मेगावाट की सौर परियोजना का उद्घाटन किया। इससे असम ग्रीन सेक्रेटेरिएट देश का पहला हरित सचिवालय बन गया। उन्होंने कहा कि अब से सचिवालय परिसर पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर चलेगा। इससे हर माह बिजली बिल में 30 लाख रुपये की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सरकारी परिसरों में सौर पैनल लगाए जाएंगे। इसकी शुरुआत राज्यभर के मेडिकल कालेजों और विश्वविद्यालयों से होगी। उन्होंने कहा कि गृह, वित्त और सीएम सचिवालय को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालयों में बिजली की आपूर्ति रात 8-9 बजे अपने आप बंद हो जाएगी।