EPFO Payroll Data: ईपीएफओ ने जून के महीने में जोड़े 18.36 लाख सब्सक्राइबर
ईपीएफओ का पेरोल उन प्रतिष्ठानों के लिए संगठित क्षेत्र के कार्यबल का एक हिस्सा है जो विविध प्रावधान अधिनियम 1952 के प्रावधानों के तहत आते हैं। पेरोल डेटा की तुलना दर्शाती है कि जून 2022 में कुल सदस्य जोड़ के मामले में 5.53 लाख की वृद्धि दर्ज की गई है।
By Shashank_MishraEdited By: Updated: Sat, 20 Aug 2022 08:27 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसियां। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने जून के महीने में 18.36 लाख शुद्ध सदस्य जोड़े, जो पिछले महीने की तुलना में 9.21 प्रतिशत अधिक है। पेरोल डेटा की साल-दर-साल तुलना दर्शाती है कि जून 2022 में कुल सदस्य जोड़ के मामले में 5.53 लाख की वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले वर्ष 2021 में इसी महीने की तुलना में है। महीने के दौरान जोड़े गए कुल 18.36 लाख सदस्यों में से, लगभग 10.54 ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के तहत पहली बार लाख नए सदस्यों को शामिल किया गया है।
श्रम और रोजगार मंत्रालय ने जारी किए आंकड़ेअप्रैल, 2022 से नए सदस्यों में शामिल होने की प्रवृत्ति बढ़ी है। लगभग 7.82 लाख शुद्ध सदस्य ईपीएफओ द्वारा कवर किए गए प्रतिष्ठानों के भीतर अपनी नौकरी बदलकर ईपीएफओ से बाहर निकल गए लेकिन फिर से जुड़ गए और अंतिम पीएफ निकासी के लिए आवेदन करने के बजाय अपने फंड को पिछले पीएफ खाते से चालू खाते में स्थानांतरित करने का विकल्प चुना। श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, महीने के दौरान नया नामांकन पिछले वित्त वर्ष के दौरान दर्ज मासिक औसत से अधिक है।
पेरोल डेटा की आयु-वार तुलना इंगित करती है कि 22-25 वर्ष के आयु-समूह ने जून 2022 के दौरान 4.72 लाख अतिरिक्त के साथ सबसे अधिक शुद्ध नामांकन दर्ज किया है। इससे पता चलता है कि पहली बार नौकरी चाहने वाले बड़े पैमाने पर संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल हो रहे हैं। पेरोल के आंकड़ों की राज्य-वार तुलना इस बात पर प्रकाश डालती है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, गुजरात और दिल्ली राज्यों में शामिल प्रतिष्ठान महीने के दौरान लगभग 12.61 लाख शुद्ध सदस्यों को जोड़कर अग्रणी बने हुए हैं, जो कि 68.66 प्रतिशत है।
सभी आयु समूहों में कुल शुद्ध वेतन वृद्धि
लिंग-वार विश्लेषण इंगित करता है कि चालू माह में शुद्ध महिला सदस्यों का नामांकन बढ़कर 4.06 लाख हो गया है, जो पिछले महीने के 3.43 लाख से बढ़कर 18.37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है। यह भी देखा गया है कि संगठित क्षेत्र में महिला कार्यबल की भागीदारी पिछले 12 महीनों में सबसे अधिक रही है। तद्नुसार, कुल महिला सदस्य जोड़ का प्रतिशत हिस्सा मई 2022 में 20.37 प्रतिशत से बढ़कर जून 2022 में 22.09 प्रतिशत हो गया है।
उद्योग-वार पेरोल डेटा का वर्गीकरण इंगित करता है कि मुख्य रूप से दो श्रेणियां अर्थात 'विशेषज्ञ सेवाएं' (जनशक्ति एजेंसियों, निजी सुरक्षा एजेंसियों और छोटे ठेकेदारों आदि से मिलकर) और 'व्यापारिक-वाणिज्यिक प्रतिष्ठान' कुल सदस्य वृद्धि का 47.63 प्रतिशत हैं। पिछले महीने के साथ उद्योग-वार डेटा की तुलना में, 'स्कूलों', 'वस्त्र निर्माण', 'विशेषज्ञ सेवाओं' और 'वस्त्र' आदि जैसे उद्योगों में उच्च नामांकन देखा गया है।
अप्रैल 2018 माह से ईपीएफओ का पेरोल उन प्रतिष्ठानों के लिए संगठित क्षेत्र के कार्यबल का एक हिस्सा है जो कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के प्रावधानों के तहत आते हैं। यह एक सामाजिक सुरक्षा संगठन है, जो सदस्यों को भविष्य निधि, पेंशन लाभ प्रदान करता है। सदस्य की असामयिक मृत्यु के मामले में उनके परिवारों को सेवानिवृत्ति और पारिवारिक पेंशन और बीमा लाभ देता है।