ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू होंगे देश के नए चुनाव आयुक्त, सरकार ने नियुक्ति को लेकर जारी की अधिसूचना
सरकार ने गुरुवार को नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर अधिसूचना जारी कर दी। बता दें कि पूर्व नौकरशाह ज्ञानेश कुमार और सुखविंदर संधू को नए चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में 7 लोक कल्याण मार्ग में चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर बैठक हुई। इस बैठक में ज्ञानेश कुमार और सुखविंदर संधू के नाम पर सहमति बन गई।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले निर्वाचन आयोग में आयुक्तों के खाली पड़े दोनों पदों पर वरिष्ठ नौकरशाह ज्ञानेश कुमार और सुखवीर सिंह संधु की तैनाती दे दी गई। पीएम की अगुवाई वाली चयन समिति ने गुरुवार को इनकी नियुक्ति को मंजूरी दी है। हालांकि, चयन समिति में शामिल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने इनकी नियुक्ति पर अपनी असहमति दर्ज कराई है।
आयोग में दोनों ही पद हाल ही में अरुण गोयल के इस्तीफा देने और अनूप चंद पांडेय के 14 फरवरी को सेवानिवृत्त होने के चलते खाली हो गए थे। माना जा रहा है कि दोनों ही नए चुनाव आयुक्त शुक्रवार को अपनी नई जिम्मेदारी संभाल लेंगे। सरकार ने नियुक्ति को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है।
चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति की इस कमेटी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अतिरिक्त विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी के नेता के तौर पर अधीर रंजन चौधरी व कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल शामिल थे।
कानून बनने के बाद कमेटी ने दी पहली नियुक्ति
मुख्य चुनाव आयुक्त व चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से जुड़ा नया कानून बनने के बाद कमेटी ने कोई पहली नियुक्ति दी है। केंद्र सरकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त व चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर यह कानून सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के बाद लाया था, जिसमें इसे लेकर जल्द ही एक पारदर्शी कानून बनाने की बात कही गई थी। हालांकि, कोर्ट ने तात्कालिक व्यवस्था के तहत इसके लिए एक चयन समिति गठित की थी। जिसमें पीएम के साथ लोकसभा में विपक्ष के नेता और देश के मुख्य न्यायाधीश को रखा था।
- ज्ञानेश कुमार मूलत: केरल कैडर के आइएएस अधिकारी है। जो सेवानिवृत्त होने से पहले केंद्र सरकार में सचिव थे।
- सुखबीर सिंह संधु मूलत: उत्तराखंड कैडर के आइएएस अधिकारी है। जो हाल ही में उत्तराखंड में मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए है।
चुनाव का हो सकता है एलान
चुनाव आयोग में रिक्तियां भरने के बाद अब कभी भी लोकसभा चुनाव का एलान हो सकता है। माना जा रहा है कि 16 या 17 मार्च को चुनाव की घोषणा की जा सकती है।सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग ने 16 और 17 मार्च के दिन को आरक्षित रखा है। साथ ही अपने आला अधिकारियों को शहर से बाहर न जाने की सलाह दी गई है। चुनाव आयोग ने 2019 में 10 मार्च दिन रविवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया था।
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