नौकरी तलाश रहे लोगों के लिए Hybrid कल्चर बना पहली पसंद, वेतन की बजाय कहीं से भी काम की सुविधा की मांग ज्यादा
रोजगार वेबसाइट इनडीड इंडिया के एक सर्वे के अनुसार दो-तिहाई लोगों ने मिलीजुली व्यवस्था या रिमोट वर्किंग को प्राथमिकता दी है। सर्वे में शामिल 71 प्रतिशत लोगों का मानना है कि उन्होंने नौकरी खोजते समय घर से काम करने की आजादी काम के घंटों में लचीलापन और आवश्यकतानुसार ब्रेक लेने की सुविधा को प्राथमिकता दी। सर्वे में कुल 1810 व्यक्तियों से बात की गई।
By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Sun, 23 Jul 2023 07:34 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। बड़ी संख्या में कर्मचारी रिमोट वर्किंग यानी कहीं से भी बैठकर काम करने की व्यवस्था को वेतन से अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इसके साथ ही कार्यालय की जगह घर या किसी अन्य स्थान से काम करने की अनुमति देने से कंपनियों को प्रतिभावान कर्मचारी पाने और उन्हें कंपनी में बनाए रखने में मदद मिल रही है।
क्या कहता है सर्वे ?
रोजगार वेबसाइट इनडीड इंडिया के एक सर्वे के अनुसार, दो-तिहाई लोगों ने मिलीजुली व्यवस्था या रिमोट वर्किंग को प्राथमिकता दी है। सर्वे में शामिल 71 प्रतिशत लोगों का मानना है कि उन्होंने नौकरी खोजते समय घर से काम करने की आजादी, काम के घंटों में लचीलापन और आवश्यकतानुसार ब्रेक लेने की सुविधा को प्राथमिकता दी। सर्वे में 561 नियोक्ताओं और 1,249 नौकरी चाहने वालों सहित कुल 1,810 व्यक्तियों से बात की गई।
सर्वे में 63 प्रतिशत नौकरी चाहने वालों ने मिलीजुली व्यवस्था यानी घर और कार्यालय दोनों जगह से काम करने की सुविधा को प्राथमिकता दी, जबकि 51 प्रतिशत कंपनियों ने भी अपने संचालन में इस तरह के लचीलेपन की पेशकश की।
नौकरी चाहने वाले किस चीज को दे रहे महत्व ?
गिग श्रमिकों के लिए एक नौकरी खोज एप्लिकेशन - एविग्न के सह-संस्थापक और सीईओ अन्नया सार्थक ने कहा, "आज के नौकरी चाहने वाले कार्य व्यवस्था को महत्व दे रहे हैं जो लचीलापन और बेहतर कार्य-जीवन संतुलन प्रदान करते हैं। वे अपनी व्यक्तिगत आकांक्षाओं के अनुरूप अपनी परियोजनाओं, शेड्यूल और कार्य स्थान पर अधिक नियंत्रण चाहते हैं।"
टीमलीज एचआरटेक के सीईओ सुमित सभरवाल के अनुसार, कंपनियां ढिलाई की इस आवश्यकता को प्रतिभा के लिए चुंबक के रूप में उपयोग कर सकती हैं और कर्मचारियों के साथ अपने रिश्ते को बढ़ा सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा, "लचीलेपन की पेशकश में किसी भी बाधा को (कंपनियों द्वारा) अपनी मानव संसाधन प्रौद्योगिकी को बढ़ाने, एक संतुलित और संपन्न पेशेवर परिदृश्य के द्वार खोलने के संकेत के रूप में देखा जाना चाहिए।"