Explainer: यूक्रेन को कब और कैसे मिलेगा अमेरिकी एफ-16 लड़ाकू विमान? इस कारण से दुश्मन खाते हैं खौफ
अमेरिका एक बार फिर यूक्रेन को सैन्य सहायता मुहैया करने पर राजी हो गया है। अमेरिका यूक्रेन को एफ-16 लड़ाकू विमान के साथ-साथ यूक्रेन के पायलटों को प्रशिक्षित भी करेगा। राष्ट्रपति जो बाइडन ने हिरोशिमा में विश्व नेताओं के साथ बैठक में इस समझौते की रूपरेखा तैयार की। फोटो- एएफपी।
By Sonu GuptaEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 21 May 2023 11:46 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। अमेरिका एक बार फिर यूक्रेन को सैन्य सहायता मुहैया करने पर राजी हो गया है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को जापान के हिरोशिमा में विश्व नेताओं के साथ बैठक की और समझौते की रूपरेखा तैयार की। अमेरिका इस बार यूक्रेन को F-16 विमानों की आपूर्ती के साथ-साथ यूक्रेन के पायलटों को प्रशिक्षित भी करेगा।
कब और कैसे मिलेगा विमान?
रूस के खिलाफ युद्ध में हवाई बढ़त बनाने के लिए यूक्रेन लंबे समय से अमेरिका से लड़ाकू विमान की मांग कर रहा था। हालांकि, अमेरिका ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दिया कि यूक्रेन को कब और कितने F-16 विमानों की आपूर्ती की जाएगी।
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, आने वाले महीनों में इस निर्णय पर फैसला किया जा सकता है। हालांकि, यूक्रेन के कितने पायलटों को प्रशिक्षण दी जाएगी इस बारे में भी अमेरिका की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई है।
यूक्रेन को क्यों चाहिए एफ-16 लड़ाकू विमान?
रूस और यूक्रेन के बीच जब से युद्ध की शुरुआत हुई तभी से यूक्रेन पश्चिमी देशों पर लड़ाकू विमान मुहैया कराने के लिए दबाव डालता चला आ रहा है। यूक्रेन का कहना है कि लड़ाकू विमान मिलने से उसको रूस पर बढ़त बनाने में मदद मिलेगी।मालूम हो कि इस वर्ष फरवरी में ब्रसेल्स में यूक्रेनी रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव से पूछा गया कि उनके देश को सैन्य मदद की आवश्यकता है तो उन्होंने एक लड़ाकू विमान की तस्वीर दिखाई थी। हालांकि, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की इस माह की शुरुआत में जर्मनी की यात्रा के दौरान कहा था कि वह लड़ाकू जेट गठबंधन बनाने के लिए सहयोगियों पर जोर दे रहे हैं, जो रूस की हवाई हमलों का मुकाबला करने में सक्षम होगा।
यूक्रेन को F-16 विमान नहीं देने पर क्यों अड़ा था अमेरिका?
मालूम हो कि अमेरिका ने यूक्रेन को एफ -16 लड़ाकू विमान देने से साफ तौर पर इंकार कर दिया था। हाल ही के महीनों में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन से यूक्रेन को एफ-16 विमान देने से संबंधित एक सवाल पूछा गया था। हालांकि, उन्होंने इस विमान को यूक्रेन को देने से साफ तौर पर इंकार कर दिया था। अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के अधिकारियों ने इस बात पर जोर देकर कहा है कि अमेरिका यूक्रेन को उसके जरूरतों के हिसाब से सैन्य सहायता मुहैया करा रहा है। अधिकारी ने बताया कि यूक्रेन को वायु रक्षा प्रणाली, लाखों राउंड रॉकेट, मिसाइल और अन्य गोला-बारूद भेजने पर जोर दिया गया है, जिससे युद्ध में रूस के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन की स्थिति मजबूत रहे। हालांकि, यूक्रेन को लड़ाकू विमान नहीं देने के पीछे एक यह भी कारण है कि अगर अमेरिका यूक्रेन को लड़कू विमान देता है तो रूसियों को गुस्सा आएगा और यह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को उकसाने वाला कदम हो सकता है। अमेरिका के इस कदम से युद्ध गंभीर मोड़ भी ले सकता है।कितने देशों में तैनात है यह विमान
मालूम हो कि अमेरिकी वायु सेना के यूरोप में दो F-16 (फाइटिंग फाल्क) एयर विंग हैं, जहां पर वह अपने इस विमान को तैनात किया है, जिसमें इटली में एवियनों एयर बेस में 31वां फाइटर विंग और जर्मनी में स्पैंगडाह्लेम एयर बेस में 52वां फाइटर विंग शामिल हैं। अमेरिका नियमित रूप से छोटे समूहों में बारी-बारी से यूरोप में और बाहर F-16 लड़ाकू विमान भेजता रहता है।कितने देशों की सेनाएं करती हैं F-16 का इस्तेमाल?
- F-16 दुनिया का सबसे सफल युद्धक विमानों में शामिल है। यह विमान चौथी पीढ़ी का मल्टीरोल फाइटर जेट है।
- एफ-16 विमान का उत्पादन साल 1973 में अमेरिका में शुरू हुआ था।
- इस सिंगल-इंजन एयरक्राफ्ट की अब तक 4600 से अधिक इकाइयां बनाई जा चुकी है। हालांकि, वर्तमान में 3000 एयरक्राफ्ट अभी भी सेवा में है।
- मौजूदा समय में इस सिंगल इंजन एयरक्राफ्ट को 25 देशों की सेनाएं इस्तेमाल कर रही हैं। इस विमान की गति 2400 किमी प्रति घंटा है।