राफेल को चुनौती देने को तैयार F/A-18 सुपर हार्नेट लड़ाकू विमान, जानें दोनों की खूबियां
भारतीय नौसेना अपने पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आइएनएस विक्रांत पर तैनात करने के लिए लड़ाकू विमान खरीदने की तैयारी कर रही है। इसके लिए फ्रांस की दासौ एविएशन के राफेल मरीन और अमेरिका की बोइंग के एफ/ए-18 सुपर हार्नेट के बीच टक्कर है।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Wed, 24 Aug 2022 10:54 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय नौसेना अपने पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आइएनएस विक्रांत पर तैनात करने के लिए लड़ाकू विमान खरीदने की तैयारी कर रही है। इसके लिए फ्रांस की दासौ एविएशन के राफेल मरीन और अमेरिका की बोइंग के एफ/ए-18 सुपर हार्नेट के बीच टक्कर है। इसी दिशा में बुधवार को बोइंग इंडिया के प्रेसिडेंट सलिल गुप्ते ने कहा कि सुपर हार्नेट ब्लाक 3 भारतीय नौसेना के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प साबित हो सकता है। उन्होंने इस सौदे से भारतीय नौसेना को अगले 10 साल में 3.6 अरब डालर का फायदा होने का भी दावा किया। गुप्ते ने कहा कि बोइंग 'मेक इन इंडिया' पहल को भी मजबूती देने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय नौसेना ने चार साल पहले 57 मल्टी रोल लड़ाकू विमान खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी। प्राथमिक चरण में अभी 26 विमान खरीदे जाने हैं। ऐसे में सभी की निगाह इस पर टिकी है कि भारतीय नौसेना किस विमान पर अपनी मुहर लगाएगी।
F/A-18 सुपर हॉर्नेट के लिए एक मजबूत पिच बनाते हुए बोइंग के इंडिया बिजनेस डेवलपमेंट के उपाध्यक्ष एलेन गार्सिया ने कहा कि विमान को विशेष रूप से वाहक संचालन के लिए इसकी स्थापना से डिजाइन किया गया है। भारतीय नौसेना के वाहक विमान से संचालित हो सकता है। भारतीय नौसेना की STOBAR प्रदर्शन आवश्यकताएं पूरा करेगा या उससे अधिक होगा।गार्सिया ने बताया कि यह 2020 में आयोजित हमारे सफल परीक्षणों और व्यापक तौर पर टेस्ट के अध्ययनों से सफल साबित हुआ है। बोइंग भारत में अपने रक्षा ग्राहकों के साथ F/A-18 सुपर हॉर्नेट, P-8I, F-15EX, KC-46 टैंकर के लिए हवाई ईंधन भरने और ISR क्षमताओं के बारे में बातचीत कर रहा है।
दोनों विमानों की खूबियों पर एक नजर
सुपर हार्नेट
- गति 1.8 मैक यानी 2,222.4 किलोमीटर प्रतिघंटा- रेंज 3,300 किलोमीटर
- उड़ान की अधिकतम ऊंचाई 50 हजार फीट- 228 मीटर प्रति सेकेंड की गति से ऊपर जाता है- लंबाई 60 फीट और वजन 14,552 किलोग्राम- हथियारों के मामले में रेटिंग 10 में से 7.9 और टेक्नोलाजी में 8.9 है