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गोवा में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, अमेरिकी नागरकों को बनाते थे शिकार; सात आरोपी गिरफ्तार

Goa साइबर पुलिस ने गोवा में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जहां से अमेरिकी नागरिकों को फ्रॉड का शिकार बनाया जा रहा था। पुलिस ने मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी बैंक सरकारी एजेंसी या फिर कंपनियों के नकली कर्मचारी बनकर कॉल करते थे और पीड़ितों से पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहते थे। गिरफ्तार आरोपी गुजरात असम और नागालैंड के रहने वाले हैं।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 20 Jul 2024 11:14 PM (IST)
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गिरफ्तार किए गए आरोपी गुजरात, असम, नगालैंड और राजस्थान के रहने वाले हैं। (File Image)

पीटीआई, पणजी। गोवा में एक फर्जी कॉल सेंटर से अमेरिकी नागरिकों को ठगने का मामला सामने आया है। पीटीआई ने साइबर पुलिस के अधिकारी के हवाले से बताया कि गोवा के उत्तरी हिस्से में स्थित एक होटल से फर्जी कॉल सेंटर चलाने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग गुजरात, असम, नगालैंड और राजस्थान के रहने वाले हैं।

साइबर अपराध के पुलिस अधीक्षक राहुल गुप्ता ने समाचार एजेंसी को बताया, 'पुलिस ने कलंगुट स्थित होटल में छापा मारकर फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया और वहां से सात लोगों को गिरफ्तार किया। वे अमेरिकी नागरिकों को ठगने के लिए विभिन्न ऋण कंपनियों, ई-कॉमर्स की वेबसाइट, बैंकों और सरकारी एजेंसियों के कर्मचारी बनकर काम कर रहे थे। वे पीड़ितों को फोन कर पैसे स्थानांतरित करने के लिए कहते थे।'

ये हैं पकड़े गए आरोपी

अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान 34 वर्षीय विशाल वाघेला (बड़ौदा, गुजरात), 28 वर्षीय आचार्य बालकृष्ण (अहमदाबाद, गुजरात), 20 वर्षीय एच पुलोटो अवोमी (नगालैंड), 27 वर्षीय धनंजय सिंह (राजस्थान), 31 वर्षीय चुंजंग लुंग रोंगमेई (असम), 21 वर्षीय इनोवी झिमोमी (नगालैंड) और 21 वर्षीय विकिटो किहो (नगालैंड) के रूप में हुई है।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से चार लैपटॉप, एक टीपी-लिंक राउटर और एक डी-लिंक स्विच बरामद किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले की जांच जारी है।