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    किसान ने पाई-पाई जोड़कर जुटाए एक बोरी सिक्का, दीवाली पर बेटी को दिया ये तोहफा

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 03:07 PM (IST)

    एक किसान अपनी बेटी को स्कूटी दिलाने के लिए बोरी में सिक्के भरकर शोरूम पहुंचा। किसान ने अपनी बेटी से स्कूटी दिलाने का वादा किया था, जिसे पूरा करने के लिए उसने यह अनोखा तरीका अपनाया। किसान की ईमानदारी और बेटी के प्रति प्यार को देखकर सभी ने उसकी सराहना की।

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    किसान ने बेटी के लिए सिक्कों से भरी बोरी से खरीदी स्कूटी

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक किसा दो पहिया खरीदने के लिए पिछले कई सालों से एक-एक पैसा जुटा रहा था। सोमवार 20 अक्टूबर को को दीपावली के एक दिन किसान अपने बेटी के साथ एक बोरी में सिक्के भर कर शो रूम पहुंच गया। उसने एक स्कूटी पसंद की और सिक्कों से भरी बोरी शो रूम के संचालक को थमा दिया।

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    पहले तो एक साथ इतने सारे सिक्के देख कर संचालक आनंद गुप्ता हतप्रभ रह गए। फिर उन्होनें अपने सहकर्मियों से सिक्कों की गिनती करा कर, स्कूटी डिलवरी की सारी कार्रवाई पूरी कर स्कूटी की चाबी सौंपी।

    क्या बोले शो रूम के संचालक?

    अपने सपने का पूरा होते देख किसान की आंखों से आंसू छलक पड़े। शहर के शांति भवन चर्च के पास स्थित होंडा शो रूम के संचालक आनंद गुप्ता ने बताया कि जिले के मनोरा ब्लाक के केसरा गांव के रहवासी किसान बजरंग भगत (50 वर्ष) अपनी बेटी चंपा भगत (22 वर्ष) के साथ एक्टिवा लेने के लिए उनके शो रूम में आए थे। बजरंग भगत के हाथों में एक प्लास्टिक की बोरी थी। शो रूम के अंदर आ कर चंपा भगत ने एक स्कूटी खरीदने की इच्छा जताई।

    पेमेंट के नाम पर पकड़ाया सिक्कों से भरा बोरा

    दीपावली का त्यौहार होने के कारण शो रूम में भीड़-भाड़ थी। शो रूम के कर्मचारियों ने बजरंग भगत और चंपा को स्कूटी दिखाई। चंपा ने एक स्कूटी पसंद किया। जब पेमेंट की बात आई तो बजरंग भगत ने हाथ में पकड़े हुए बोरे को थमा दिया। कर्मचारियों ने जब उस बोरे में झांक कर देखा तो वह सिक्कों से भरा हुआ था। शो रूम के कर्मचारियों ने उन्हें मामले की जानकारी दी।

    किसान के सामने कराई सिक्कों की गिनती

    बजरंग भगत ने उन्हें बताया कि उसकी आमदनी कम होने की वजह से उसने दस रूपये के एक-एक सिक्के जोड़ कर 40,000 के सिक्के जमा किए थे। इसके साथ ही किसान ने स्कूटी की शेष कीमत नगदी में चुकाई। आनंद गुप्ता ने बताया कि उन्हें किसान से सिक्के लेने में कोई परेशानी नहीं थी। सिर्फ सिक्कों की किसान के सामने गिनती कराई और पेपर तैयार करा कर वाहन की चाबी किसान और उनकी बेटी को सौंप दी गई।

    कार्ड स्क्रेच कर जीता इनाम

    किसान बजरंग राम भगत के लिए दीवाली सालों पुराने सपने को पूरा करने के साथ ही भाग्यशाली भी साबित हुआ। संचालक ने बताया कि कंपनी की योजना के अनुसार स्कूटी के साथ बजरंग को एक स्क्रेच कार्ड भी दिया गया। इस स्क्रेच कार्ड में उन्होनें एक मिक्सर ग्राइंडर जीता। स्कूटी के साथ मिक्सी पा कर किसान की खुशी दोगुनी हो गई।