Food Corporation India: खुली बिक्री से लगा गेहूं की कीमतों पर नियंत्रण, हर सप्ताह ई-नीलामी का हो रहा आयोजन
गेहूं की कीमत पर नियंत्रण के लिए भारतीय खाद्य निगम को ई-नीलामी के जरिए 45 लाख टन गेहूं बेचने के निर्देश का असर दिखने लगा है। गेहूं की कीमतों एवं महंगाई पर नियंत्रण के लिए खाद्य निगम द्वारा प्रत्येक सप्ताह ई-नीलामी का आयोजन किया जा रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 10 Mar 2023 09:47 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। गेहूं की कीमत पर नियंत्रण के लिए भारतीय खाद्य निगम को ई-नीलामी के जरिए 45 लाख टन गेहूं बेचने के निर्देश का असर दिखने लगा है। पांच नीलामियों में अभी तक 28 लाख टन से ज्यादा गेहूं की बिक्री की जा चुकी है। इसके चलते गेहूं के मूल्य में स्थिरता आती दिख रही है।
नीलामी के दौरान प्राप्त कीमत से पता चलता है कि बाजार अब मंदा हो गया है और यह औसतन 2200 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे आ गया है। गेहूं की नई खरीदारी के लिए एमएसपी 2125 रुपये है। गेहूं की कीमतों एवं महंगाई पर नियंत्रण के लिए खाद्य निगम द्वारा प्रत्येक सप्ताह ई-नीलामी का आयोजन किया जा रहा है।
28.86 लाख टन गेहूं की हुई बिक्री
खुला बाजार बिक्री योजना (घरेलू) के तहत अभी तक पांच नीलामी में कुल 28.86 लाख टन तक गेहूं की बिक्री हो चुकी है। अगली ई-नीलामी 15 मार्च को होगी, क्योंकि एक अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने जा रही है। इसे देखते हुए सरकार ने गेहूं उठाने की प्रक्रिया को 31 मार्च के पहले तक पूरा कर लेने का निर्देश दिया है।पांचवी नीलामी में गेहूं को 2197.91 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेचा गया। पहली नीलामी में 9.13 लाख टन 2474 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खुले बाजार में बेचा गया था। दूसरी नीलामी के दौरान 3.85 लाख टन दो हजार 338 रुपये प्रति क्विंटल, तीसरी नीलामी में 5.07 लाख टन 2173 रुपये प्रति क्विंटल एवं चौथी नीलामी में 5.40 लाख टन गेहूं 2193.82 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेचा गया था।