Kerala News: मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ विरोध के डर से पुलिस ने काला मास्क पहनने पर लगाई रोक, जानें क्या है मामला
Kerala News केरल पुलिस ने लोगों को काला मास्क पहनने पर रोक दिया है। ऐसा मलप्पुरम और त्रिशूर जिलों में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए किया गया है। हालांकि कांग्रेस ने इसकी आलोचना की है।
By Achyut KumarEdited By: Updated: Sun, 12 Jun 2022 11:45 AM (IST)
तिरुवनंतपुरम, आइएएनएस। केरल पुलिस (Kerala police) ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) के सुरक्षा उपायों के तहत मलप्पुरम और त्रिशूर जिलों में विरोध प्रदर्शन के डर से बुजुर्गों को भी कोविड के खिलाफ एहतियात के तौर पर पहने जाने वाले काले मास्क को हटाने के लिए मजबूर किया है। शनिवार को मुख्यमंत्री के कोट्टायम और एर्नाकुलम जिलों के दौरे के दौरान 'अभूतपूर्व' सुरक्षा उपायों की लोगों ने आलोचना की थी, लेकिन राज्य पुलिस इसे जारी रखे हुए है।
शनिवार को, कोट्टायम मेडिकल कालेज अस्पताल में इलाज के बाद लौट रहे लोगों को पुलिस ने रोक दिया। यहां तक कि बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं को भी नहीं बख्शा। कोच्चि में, मेट्रो स्टेशन पर काले कपड़े और काले मुखौटे पहनकर पहुंचे दो ट्रांसजेंडरों को एक पुलिस वाहन में 'जबरदस्ती' ले जाया गया।कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया
ट्रांसजेंडरों में से एक, अवंतिका ने मीडियाकर्मियों को बताया कि वह और उसकी दोस्त मेट्रो ट्रेन में सवार थे, लेकिन पुलिस ने 'उन्हें सिर्फ इसलिए बाहर कर दिया क्योंकि उन्होंने काले कपड़े पहने हुए थे।' कुन्नमकुलम, त्रिशूर में मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए चार युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एहतियाती हिरासत में लिया गया। युवकों को तड़के उनके घरों से हिरासत में ले लिया गया।
'कायर बन गए हैं विजयन'
विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी.डी. सतीशन ने कहा कि पिनाराई विजयन एक 'कायर' बन गए हैं और राज्य के लोगों से डर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पर 'शनिवार को कोट्टायम और एर्नाकुलम में भीषण गर्मी में तीन से चार घंटे तक इंतजार करने को मजबूर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों सहित आम लोगों के लिए परेशानी पैदा करने' का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ने कहा कि मलप्पुरम और त्रिशूर जिलों में रविवार को भी यही स्थिति बनी रही। राज्य पुलिस ने रविवार को मलप्पुरम जिले में मुख्यमंत्री के दो कार्यक्रमों के लिए कई अधिकारियों सहित 700 पुलिसकर्मियों को तैनात किया।
स्वप्ना सुरेश के दावे के बाद सीएम की सुरक्षा बढ़ीभारी बल की तैनाती सोने की तस्करी के मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश द्वारा किए गए दावों के मद्देनजर हुई है, जिन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री, उनकी पत्नी और बेटी सहित उनका परिवार सोने की तस्करी के रैकेट से जुड़ा हुआ है। इस कारण पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन हुए। पुलिस और राज्य की खुफिया एजेंसी ने बताया कि मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं, जो गृह विभाग का प्रभार भी संभाल रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री के लिए 'अभूतपूर्व' सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
लोगों से पूरी तरह से कट गए हैं विजयनत्रिक्काकारा उपचुनाव में सीपीएम उम्मीदवार की करारी हार के बाद से मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से मीडिया के सामने नहीं आए हैं। मुख्यमंत्री स्वप्ना सुरेश के दावों के बाद लोगों से पूरी तरह से कट गए और 16 से अधिक वाहनों के काफिले में यात्रा करते हैं।