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UDAN 5.0: देश में उड़ान योजाना के पांचवें चरण की शुरुआत, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने में कैसे मिलेगी मदद

देश के दूर-दराज इलाकों में क्षेत्रीय हवाई अड्डे के विकास और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने उड़ान योजना (UDAN 5.0) के पांचवें चरण की शुरुआत की है। देश में उड़ान योजना के तहत इसके चार चरणों को सफलतापूर्वक चलाया जा चुका है। फोटो- जागरण।

By Sonu GuptaEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 04 May 2023 08:19 PM (IST)
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देश में उड़ान योजाना के पांचवें चरण की शुरुआत। फोटो- जागरण।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। देश के दूर-दराज इलाकों में क्षेत्रीय हवाई अड्डे के विकास और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने उड़ान योजना (UDAN 5.0) के पांचवें चरण की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के दूर-दराज इलाकों में हवाई संपर्क और यात्रा में सुधार करना है तथा आम लोगों को कम लागत पर आसानी से हवाई यात्रा करने में सक्षम बनाना है।

उड़ान के मूल और गंतव्य के बीच की दूरी पर नहीं लगेगी रोक

उड़ान के पांचवें चरण की शुरुआत करते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि उड़ान के मूल और गंतव्य के बीच की दूरी को समाप्त कर दिया गया है और इसपर किसी भी प्रकार की अब कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। हालांकि, वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) के तहत प्राथमिकता और गैर-प्राथमिकता दोनों क्षेत्रों के लिए यह सीमा 600 किलोमीटर ही होगा। मालूम हो कि पहले इस दूरी को 500 किलोमीटर निर्धारित की गई थी। उड़ान का पांचवां चरण श्रेणी-2 (20-80 सीटें) और श्रेणी-3 (80 से अधिक सीटों) पर केंद्रित होगा।

चार माह के अंदर ही शुरू करना होगा एयरलाइनों का परिचालन

मंत्रालय ने कहा कि इसके तहत उड़ानों के मार्ग को निर्धारण नहीं किया जाएगा। UDAN 5.0 के आने से अब एक ही मार्ग को एक ही एयरलाइन को एक से अधिक बार के लिए नहीं दिया जाएगा। मालूम हो कि मंत्रालय ने कहा है कि इसमें पहले के मुकाबले और अधिक तेजी लाने के लिए एयरलाइनों को मार्ग प्रदान करने के चार माह के अंदर ही परिचालन को शुरू करना होगा।

उड़ान के पूर्व की चार चरणों में अलग-अलग जगहों पर ध्यान किया गया था केंद्रित

मालूम हो कि देश में उड़ान योजना के तहत इसके चार चरणों को सफलतापूर्वक चलाया जा चुका है। उड़ान के पहले चरण को साल 2017 में शुरू किया गया था, जिसके माध्यम से देश में बिना उपयोग के हवाई अड्डों को शुरू किया गया, जबकि इसके दूसरे चरण के माध्यम से देश के दूर-दराज वाले इलाकों में हवाई सेवा का विस्तार किया गया। उड़ान के दूसरे चरण को साल 2018 में लॉन्च किया गया था। हालांकि, उड़ान के तीसरे चरण को भी साल 2018 में ही लॉन्च किया गया था, जिसके माध्यम से देश के पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जबकि इसके चौथे चरण में द्वीपों और देश के अन्य जगहों पर हवाई सुविधा को बढ़ावा दिया गया।

छोटे और मध्य शहरों को बड़े शहरों से जोड़ने में मिली है मदद

उड़ान यानी उड़े देश का आम नागरिक के माध्यम से देश के छोटे और मध्यम शहरों को बड़े शहरों से जोड़ने में मदद मिली है। इस योजना के माध्यम से देश के आम नागरिकों को कम दरों पर हवाई यात्रा करना संभव हो पाया है। इस योजना से देश में पर्यटन के क्षेत्र को बड़े स्तर पर बढ़ावा मिला है। मालूम हो कि साल 2014 में देश में कुल परिचालित हवाई अड्डों की संख्या 74 थी। हालांकि, अब इसकी संख्या बढ़कर 141 हो गई है।