SC-ST फंड में घोटाले को लेकर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने दिखाया आइना, विपक्षी सांसदों को कर्नाटक जाने की दी चुनौती
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम घोटाले का मुद्दा उठाया। केंद्रीय बजट पर बहस का जवाब देते हुए सीतारमण ने विपक्षी कांग्रेस पार्टी से कहा कि वह पहले अपने नेताओं और कर्नाटक सरकार से पूछे कि कैसे एससी/एसटी समुदायों के कल्याण के लिए निर्धारित धन की हेराफेरी की गईबजाय इसके कि वह एनडीए को गरीब कल्याण पर उपदेश दे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बजट में अनुसूचित जाति (एसी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) को पर्याप्त आवंटन नहीं किये जाने का आरोप लगाने वाले विपक्षी सांसदों को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आइना दिखाया। बजट आवंटन में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी के आंकड़े देते हुए उन्होंने विपक्षी नेताओं को कर्नाटक जाने की सलाह दी, जहां एससी-एसटी के आवंटित राशि में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं।
वित्तमंत्री के अनुसार खुद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया 89 करोड़ रुपये के घोटाले की बात स्वीकार कर लिया है। वित्तमंत्री ने विपक्ष से पूछा एससी-एसटी फंड में घोटाला कर क्या कर्नाटक में उनके साथ न्याय हो रहा है। वित्तमंत्री ने एससी, एसटी की बात करने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व अन्य विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए उन्हें आज ही कर्नाटक जाने की चुनौती दी।
CM सिद्दारमैया ने स्वीकार किया घोटाले का आरोप
उन्होंने कहा कि एससी-एसटी के लिए कर्नाटक में आवंटित 9,980 करोड़ रुपये में से 4301 करोड़ रुपये कहां गया पता नहीं चल पा रहा है। उनके अनुसार बाल्मिकी कोआपरेटिव फंड में 187 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लग रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री सिद्दारमैया खुद कह रहे हैं कि 187 करोड़ का नहीं, बल्कि सिर्फ 89 करोड़ रुपये का घोटाला है। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि खुद एससी-एसटी फंड में घोटाला कर रहे हैं और यहां हमें एससी-एसटी पर भाषण दे रहे हैं।
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