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वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा- मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों से सकारात्मक हुई विकास दर

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि विश्वास स्कीम के तहत कर विवादों के निपटारे से सरकार को 22 फरवरी तक 53346 करोड़ रुपये मिले हैं। स्कीम के तहत 98328 करोड़ रुपये के कर विवाद से जुड़े 1.28 लाख से ज्यादा डिक्लेरेशन सामने आए।

By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Mon, 08 Mar 2021 11:13 PM (IST)
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा कि सरकार के कदमों से महंगाई नियंत्रित।

नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार की ओर से उठाए गए सुधार के कदमों के दम पर पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में अर्थव्यवस्था में 0.4 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में यह बात कही।

वित्त मंत्री ने कहा- सरकार के कदमों से महंगाई नियंत्रित

वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार के कदमों से महंगाई भी नियंत्रित रही। अक्टूबर, 2020 में 7.6 फीसद रही मुद्रास्फीति की दर जनवरी, 2021 में 4.1 फीसद पर आ गई। वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और आत्मनिर्भर भारत पैकेज का भी जिक्र किया।

सीतारमण ने कहा- हिस्सेदारी बिक्री से पहले सरकार करती है कर्मचारियों, शेयरधारकों का समाधान

विनिवेश से जुड़े एक प्रश्न पर सीतारमण ने कहा कि हिस्सेदारी बिक्री से पहले सरकार सरकारी कंपनियों के कर्मचारियों एवं शेयरधारकों की चिंताओं का कानूनी तरीके से समाधान करती है। उन्होंने राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के विनिवेश से जुड़े प्रश्न पर यह जानकारी दी।

अनुराग ठाकुर ने कहा- कर विवादों के निपटारे से सरकार को 53,346 करोड़ रुपये मिले

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि विवाद से विश्वास स्कीम के तहत कर विवादों के निपटारे से सरकार को 22 फरवरी तक 53,346 करोड़ रुपये मिले हैं। स्कीम के तहत 98,328 करोड़ रुपये के कर विवाद से जुड़े 1.28 लाख से ज्यादा डिक्लेरेशन सामने आए।

वित्त राज्य मंत्री ने कहा- अप्रैल, 2020 से फरवरी, 2021 तक 10 हजार से ज्यादा कंपनियां बंद हुईं

वित्त राज्य मंत्री ने आंकड़ों के हवाले बताया कि अप्रैल, 2020 से फरवरी, 2021 तक 10 हजार से ज्यादा कंपनियां कंपनी कानून के तहत स्वैच्छिक रूप से बंद हुई हैं। कॉरपोरेट मामले मंत्रालय ने इस वित्त वर्ष में स्वत: संज्ञान के आधार पर कंपनियों को बंद करने का कोई अभियान नहीं चलाया।