यूरिन से ईंधन तैयार करने वाला नैनो पाउडर खोजा
अमेरिकी वैज्ञानिकों की प्रदूषण मुक्तऊर्जा उत्पन्न करने की तकनीक का फौज भी उठा सकेगी लाभ
वॉशिंगटन (प्रेट्र)। वैज्ञानिकों ने ऐसा एल्युमीनियम नैनो पाउडर तैयार कर लिया है, जो यूरिन को तुरंत हाइड्रोजन में बदल देगा, जिसका इस्तेमाल ईंधन के सेल को ऊर्जा देने और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने में किया जा सकता है। शोधकर्ताओं के दल में भारतीय मूल खए एक वैज्ञानिक भी शामिल हैं।
यूएस की आर्मी रिसर्च लैब्रटॉरी (एआरएल) के वैज्ञानिकों ने पहले घोषणा की थी कि उनका नैनो- गैल्वैनिक एल्युमीनियम पाउडर पानी के संपर्क में आने पर शुद्ध हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकता है। शोधकर्ताओं ने पानी के सम्मिश्रण वाले किसी तरल पदार्थ में अपना पाउडर मिलाकर ऐसी ही रासायनिक क्रिया की। उन्होंने पाया कि इस पाउडर में यूरिन मिलाने से सामान्य जल मिलाने के मुकाबले कहीं ज्यादा दर से हाइड्रोजन पैदा होती है। एआरएल के शोधकर्ता क्रिस्टोफर डार्लिंग के मुताबिक, आर्मी वैज्ञानिक के तौर पर हमारा काम ऐसी सामग्री और तकनीक विकसित करना है, जिससे सैनिकों को सीधे लाभ मिले और उनकी क्षमताएं बढ़ें। हमने एक ऐसी तकनीक विकसित की जो पानी से तुरंत हाइड्रोजन बना देगी। ब्रह्मांड में भरपूर मात्रा में पाए जाने वाले हाइड्रोजन में ईंधन से चलने वाले सेल को ऊर्जा देने और भविष्य में सैनिकों को ऊर्जा उपलब्ध कराने की क्षमता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, ईंधन सेल्स बिना प्रदूषण के बिजली उत्पन्न करते हैं। उन्होंने कहा कि ईंधन सेल्स कमबशन इंजन के मुकाबले ज्यादा ऊर्जा से भरपूर होते हैं और उन्हें ऊर्जा देने में इस्तेमाल किया जाने वाला हाइड्रोजन विभिन्न स्नोतों से उत्पन्न हो सकता है। एआरएल में शोधकर्ता अनित गिरि के मुताबिक, हमने गणना की कि एक किलोग्राम एल्युमीनियम नैनो पाउडर के जरिए बस तीन मिनट में 220 किलोवॉट ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है। सैनिकों को किसी भी अस्थाई वातावरण में संपर्क बनाए रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए ऊर्जा की अनिवार्य रूप से जरूरत होती है। यूरिन से ईंधन बनाना सबसे ज्यादा उन्हीं के लिए लाभकारी साबित होगा। इसकी वजह इसका आसानी से और तुरंत ईंधन उत्पन्न करने की क्षमता है। फिलहाल वैज्ञानिकों का दल इस नैनो पाउडर पर और कार्य कर उसे बेहतर बनाने में लगा हुआ है।
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