Manipur Violence: मणिपुर हिंसा पर किताब को लेकर सिलचर के लेखक के खिलाफ FIR दर्ज, पक्षपात करने का लगा आरोप
सिलचर के एक लेखक के खिलाफ उनकी पुस्तक मणिपुर फाइल्स के माध्यम से समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है जो पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा पर आधारित है। इसकी जानकारी पुलिस ने मंगलवार को दी। असम के सिलचर में रहने वाले लेखक प्रणबानंद दास के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Tue, 28 Nov 2023 04:31 PM (IST)
पीटीआई, इंफाल। मणिपुर में दो समुदायों के बीच पिछले कई दिनों से हिंसा जारी है। सिलचर के एक लेखक के खिलाफ उनकी पुस्तक 'मणिपुर फाइल्स' के माध्यम से "समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने" के आरोप में मामला दर्ज किया गया है, जो पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा पर आधारित है। इसकी जानकारी पुलिस ने मंगलवार को दी।
25 नवंबर को कांगलेईपाक कनबा लुप (केकेएल) के युवा नेता लुवांगचा यू नगामखेइंगकपा द्वारा इंफाल पूर्वी जिले के पोरोम्पैट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिन्होंने आरोप लगाया था कि लेखक ने संघर्ष के केवल एक पक्ष का वर्णन करके पक्षपातपूर्ण तरीके से हिंसा का वर्णन किया है।
असम के सिलचर में रहने वाले लेखक प्रणबानंद दास के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसमें धारा 153 ए (धर्म, नस्ल या जन्म स्थान के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 200 (झूठी सूचना को सत्य के रूप में उपयोग करना) और 295 (किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना) शामिल है।
दास पर आईपीसी की धारा 505 (सार्वजनिक उत्पात मचाने वाले बयान), 499 (मानहानि) और 120बी (सामान्य इरादे से आपराधिक साजिश) के तहत भी मामला दर्ज किया गया था।
मई से इम्फाल घाटी स्थित मैतेई और पहाड़ी स्थित कुकी जो समुदाय के बीच चल रहे संघर्ष में 180 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।