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जंगल की आग बुझाने के लिए NDRF की पहली टुकड़ी तैनात, आपदा में फंसे लोगों को बचाने में भी करेगी मदद

जंगल की आग बुझाने के लिए एनडीआरएफ की 150 कर्मियों की पहली टुकड़ी तैनाती की गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) महानिदेशक अतुल करवाल ने गृह मंत्रालय से शामिल कर्मियों को और अधिक कुशल बनाने के लिए विदेशों में प्रशिक्षण की अनुमति मांगी है। 50-50 लोगों की टीमों को गुवाहाटी स्थित पहली बटालियन विजयवाड़ा स्थित 10वीं बटालियन और उत्तराखंड में बटालियन संख्या 15 के साथ तैनात किया गया है।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Sun, 10 Mar 2024 09:38 PM (IST)
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जंगल की आग बुझाने के लिए एनडीआरएफ की 150 कर्मियों की पहली टुकड़ी तैनाती की गई है।
पीटीआई, नई दिल्ली। जंगल की आग बुझाने के लिए एनडीआरएफ की 150 कर्मियों की पहली टुकड़ी तैनाती की गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) महानिदेशक अतुल करवाल ने गृह मंत्रालय से शामिल कर्मियों को और अधिक कुशल बनाने के लिए विदेशों में प्रशिक्षण की अनुमति मांगी है।

50-50 लोगों की टीमों को गुवाहाटी स्थित पहली बटालियन, विजयवाड़ा स्थित 10वीं बटालियन और उत्तराखंड में बटालियन संख्या 15 के साथ तैनात किया गया है। चौथी टीम प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। यह आरक्षित इकाई होगी।एक संसदीय पैनल ने 2022 में इस बात पर चिंता व्यक्त की थी कि जंगल की आग आधिकारिक तौर पर विशेष राष्ट्रीय बल द्वारा निपटने वाली आपदाओं का हिस्सा नहीं है।

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पैनल की सिफारिश 2021 में नागालैंड की जुकू घाटी के जंगलों में लगी भीषण आग की पृष्ठभूमि में आई थी। करवाल ने कहा कि गृह मंत्रालय से अनुरोध कर रहे हैं कि इन्हें उन देशों में प्रशिक्षित किया जाए, जो इस आपदा से सबसे अधिक प्रभावित हैं। हम उनसे सीख सकते हैं कि जंगल की आग से प्रभावी ढंग से कैसे निपटा जाए। बल के सदस्य आग बुझाने का काम करेंगे, जंगल में फायर लाइन बनाएंगे ताकि बढ़ती आग पर काबू पाया जा सके और आपदा में फंसे लोगों को बचाने में भी मदद करेंगे।

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