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कोरोना महामारी के चलते रायपुर में बनेगा बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ का पहला कोविड अस्पताल

छत्तीसगढ़ में कोरोना को लेकर राजधानी के आयुर्वेदिक महाविद्यालय में बच्चों के लिए 100 बिस्तरों का अलग से कोविड केयर यूनिट बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह बच्चों के लिए समर्पित प्रदेश का पहला कोविड केयर सेंटर होगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Wed, 26 May 2021 08:31 PM (IST)
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हर जिले में संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए आइसीयू समेत 20 बिस्तरों की होगी व्यवस्था।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ में कोरोना को लेकर राजधानी के आयुर्वेदिक महाविद्यालय में बच्चों के लिए 100 बिस्तरों का अलग से कोविड केयर यूनिट बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह बच्चों के लिए समर्पित प्रदेश का पहला कोविड केयर सेंटर होगा। वहीं राज्य के अन्य जिलों में भी संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए आइसीयू समेत 20 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।

मरीज ना होने के चलते 400 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर बंद

जिला स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज में करीब 400 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर बनाया गया था। मरीज ना होने के चलते फिरहाल उसे बंद कर दिया गया है। बच्चों में जिस तरह से संक्रमण के मामले बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास इसे लेकर स्पेशल वार्ड ही नहीं थे, जहां संक्रमित बच्चों का रखकर उनका इलाज किया जा सके।

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आयुर्वेदिक अस्पताल में 100 बिस्तर की स्पेशल यूनिट

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए यह तैयारी की जा रही है। इसके लिए आयुर्वेदिक अस्पताल में 100 बिस्तर की स्पेशल यूनिट तैयारी की जा रही है। इसमें 20 बिस्तरों के आइसीयू की व्यवस्था और 70 बिस्तर आक्सीजन के होंगे। जरूरत के आधार पर व्यवस्था को बढ़ाया जा सकेगा।

750 ऑक्सीजन बिस्तरों की तैयारी 

ग्रामीण स्तर पर कोरोना मरीजों के इलाज के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय में 500 ऑक्सीजन बिस्तर, रायपुर पंडरी जिला अस्पताल में 30 बिस्तर आइसीयू, अभनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 60 ऑक्सीजन बिस्तर व दस आइसीयू बिस्तर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरा नवापारा में 90 ऑक्सीजन बिस्तर और तिल्दा के दो स्वास्थ्य केंद्र में 100 ऑक्सीजन बिस्तरों की तैयारी की जा रही है।

कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए 100 बिस्तरों का अलग यूनिट

आयुर्वेदिक कालेज में कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए 100 बिस्तरों का अलग यूनिट तैयार किया जा रहा है, ताकि उनके लिए इलाज की अलग से व्यवस्था रहे। यह प्रदेश का पहला बच्चों के लिए डेडिकेटेड कोविड सेंटर होगा। जरूरत पड़ने पर बिस्तरों का बढ़ाया जा सकेगा-डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ, जिला-रायपुर।

कोरोना महामारी को देखते हुए हर आयु वर्ग के मरीजों को इलाज

कोरोना महामारी को देखते हुए हर आयु वर्ग के मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने के लिए रायपुर आयुर्वेदिक कालेज में स्पेशल वार्ड तैयार करना है। साथ ही अन्य जिलों में 20-20 बिस्तरों का आइसीयू वार्ड बच्चों के लिए व्यवस्था कर रहे हैं। ब्लाक स्तर पर स्वास्थ्य केंद्रों में भी छह-छह बिस्तरों का आइसीयू वार्ड तैयार होगा-डॉ. सुभाष मिश्रा, राज्य नोडल अधिकारी कोरोना नियंत्रण अभियान।

बच्चों में कोरोना संक्रमण के सवालों पर चिकित्सक डॉ. निलय मोझरकर ने दिए जबाव-

1. कोरोना की तीसरी लहर को किस तरह देखा जाए?

जवाब : बच्चों को तीसरी लहर में खतरा होगा, इसके कोई तथ्य या प्रमाण नहीं, लेकिन व्यवस्था पूरी रखनी होगी।

2. कोरोना संक्रमित बच्चों में क्या लक्षण आ सकते हैं?

जवाब : सर्दी, बुखार, दस्त, उल्टी जैसे साधारण लक्षण होंगे। कुछ के चेहरे पर रेशे, मुंह लाल होना। गंभीर होना पर रक्तचाप कम होने जैसे लक्षण होंगे।

- 3. संक्रमण से बच्चों को कैसे बचाएं?

जवाब : मास्क, सैनिटाइजर, शारीरिक दूरी की आदत बच्चों में डालें, खान-पान का विशेष ध्यान रखें। मोबाइल कंप्यूटर जरूरत पड़ने पर ही दें, व्यायाम, योग आदि कराएं। लक्षण नजर आने पर डाक्टर को दिखाएं -डॉ. निलय मोझरकर, शिशु रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल।