Wetlands Day 2024: देश के पांच और वेटलैंड को मिला रामसर साइट का दर्जा, 2014 से पहले देश में सिर्फ इतनी थी संख्या
अंतरराष्ट्रीय वेटलैंड दिवस के एक दिन पहले भारत के पांच और वेटलैंड को रामसर साइट में शामिल करने को मंजूरी दी गई है। इनमें दो वेटलैंट तमिलनाडु के और तीन कर्नाटक के हैं। इसके साथ ही देश के 80 वेटलैंड्स को रामसर साइट का दर्जा मिल गया है। रामसर कन्वेंशन के महासचिव ने दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को इसके प्रमाण पत्र सौंपे हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय वेटलैंड दिवस के एक दिन पहले भारत के पांच और वेटलैंड को रामसर साइट में शामिल करने को मंजूरी दी गई है। इनमें दो वेटलैंट तमिलनाडु के और तीन कर्नाटक के हैं। इसके साथ ही देश के 80 वेटलैंड्स को रामसर साइट का दर्जा मिल गया है। रामसर कन्वेंशन के महासचिव डॉ. मुसोंडा मुंबा से बुधवार को दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को इसके प्रमाण पत्र सौंपे हैं।
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक पिछले दस सालों में देश में वेटलैंड के रामसर साइट में शामिल होने की संख्या तेजी से बढ़ी है। 2014 से पहले देश के सिर्फ 26 वेटलैंड इनमें शामिल थे। जबकि अब देश के 80 वेटलैंड इनमें शामिल हैं। पिछले तीन सालों में 38 वेटलैंड्स को रामसर साइट का दर्जा मिला है।
रामसर साइट में शामिल किए गए पांच नए वेटलैंड
रामसर साइट में शामिल किए गए पांच नए वेटलैंड में अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्व, अघनाशिनी एस्चुएरी और मगदी केरे संरक्षण रिजर्व कर्नाटक में स्थित हैं, जबकि कराईवेट्टी पक्षी अभयारण्य और लॉन्गवुड शोला रिजर्व वन तमिलनाडु में हैं।
रामसर साइट में 16 वेटलैंड्स के साथ तमिलनाडु शीर्ष पर
इसके साथ ही रामसर साइट में 16 वेटलैंड्स के साथ तमिलनाडु शीर्ष पर बना हुआ है। जबकि दस वेटलैंड के साथ यूपी दूसरे नंबर पर है। गौरतलब है कि ईरान के रामसर शहर में वेटलैंट के संरक्षण को लेकर दो फरवरी 1971 में हुए अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत यह दर्जा दिया जाता है। इसके संरक्षण के लिए मदद भी दी जाती है।